Book Title: Prakrit Path Chayanika Ucchatar Pathyakram
Author(s): B L Institute of Indology
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 57
________________ मध्य एशिया के अभिलेख (खरोष्ठी, लिपि में लिखित, स्थानीय भाषा से प्रभावित प्राकृत) प्रथमोभिऽलेखः , चोझूबो-भिमय षोठंग-ल्यिपे(य*) च स ददवो (*) 2. महनुअव महरय लिहति चोझूबो-भिमय-षोठंग-ल्यिपेय३. स च मंत्र देति (1*) स च अहोनो इश षमेक बिंबवे ति यथ एष खोतंनमि दुतियाय गद (1*) चल्मदनदे 4. वलग दितंति याव सचंमि गद (1*) सचदे वलग दितंति 5. याव निमि गद (1*) निनदे याव खोतंनमि चड़ोददे वलग ददवो होअति [याव] [खो] तं ....... 6. यहि एद किलमुद्र अत्र एशति प्रठ यहि-पूर्विक निनदे खोतंनंमि वलगस परिक्रेय 7. तेन विधनेन सध अयोगे न ददवो (*) यथधर्मेन निश्चि कर्तवो (*) 8. षमेकस ( / )

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