________________
पहला ऋषि
८६
मनुष्य जातिका सबसे पहला ऋषि था, उसके खाये हुए असंख्य पक्षी नये, स्वादिष्टतर शरीर लेकर आज भी भूतलके आकाशपर मंडराते रहते हैं
और कोई भी व्यक्ति अपनी सान्ध्य-वेलाओंकी निश्चिन्त सावधानियों द्वारा उन्हें अपने स्वस्थतम आहारके लिए सहज ही हस्तगत कर सकता है।