Book Title: Jain Shabda Kosh Author(s): Ratnasensuri Publisher: Divya Sanesh Prakashan View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सूरेन्द्रनगर, रानीगांव, पाली, पिंडवाडा, उदयपूर, जामनगर, अहमदाबाद (गिरधरनगर), थाणा, कल्याण, दादर (मुंबई), सायन (मुंबई), धूलिया, कराड, चिंचवड, भायंदर, पूना, येरवडा, दीपक ज्योति टॉवर, श्रीपाल नगर, कर्जत , भिवंडी (शिवाजी चोक) कल्याण-भिवंडी (जयणामंगल) रोहा , भायंदर, पालीताणा आदि • विहार क्षेत्र : राजस्थान, गुजरात, सौराष्ट्र, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि • (छ'री पालित संघ में मार्गदर्शन-प्रवचन) : बरलूट से शत्रुजय, गोदन से जैसलमेर, वल्लभीपुर से पालीताणा, लुणावा से राणकपूर पंचतीर्थी' • छ'री पालक निश्रादाता : उदयपुर से केशरीयाजी, गिरधनगर से शंखेश्वर, धूलिया से नेर, कराड से कुंभोज, सोलापूर से बार्शी, भिवंडी से महावीर धाम, कर्जत से मानस मंदिर आदि • प्रथम पुस्तक आलेखन : 'वात्सल्य के महासागर'' संवत् 2038 • प्रकाशित पुस्तकें : 157 • संस्कृत साहित्य संपादन-सह संपादन : सिद्ध हैमशब्दानुशासनम् बृहद्वृत्ति लघु न्यास सह, पांडवचरित्र आदि . अन्य संपादन : भगवान पार्श्वनाथ की परंपरा का इतिहास-भाग 1-2-3 • अनुवाद संपादन : श्राद्धविधि, शांतसुधारस तथा पूज्य गुरूदेवश्री की 15 पुस्तकें, मंत्राधिराज आदि तथा विजयानंदसूरिजी कृत 'नवतत्व' । • शिष्य-प्रशिष्य : स्व. मुनि श्री उदयरत्नविजयजी, मुनि केवलरत्नविजयजी, मुनि कीर्तिरत्नविजयजी, मुनि प्रशांतरत्नविजयजी,मुनि शालिभद्रविजयजी म. • उपधान निश्रा दाता : कुर्ला , धुले , येरवडा, आदीश्वर धाम (दो बार), कर्जत, विक्रोली, मोहना पालीताणा आदि... गणि पदवी : वैशाख वदी-6, संवत् 2055 दि. 7-5-99 चिंचवड गांव-पूना. पंन्यास पदवी : कार्तिक वदी 5, संवत् 2061 , दि. 2-12-2004 वालकेश्वर, मुंबई. आचार्य पदवी : पोष वदी-1, संवत् 2067, दि. 20-1-2011 थाणा (महा.) सूरिमंत्र पीठिका आराधना : कस्तुरधाम, पालीताणा वि.सं. 2068 . SSETTERS.. HTRAgERAT For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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