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४ श्ण दृष्टांते च्यार पुरुष, एक पुरुष दीसता तो सरख सूघा दीसे पण मनमांही कुटील १, एक पुरुष शरीरे करीने वांको कूबमो भने मांही नाव निर्मला २, एक पु.* रुष शरीरे सूघा मनमांही पिण सरख सूघा ३, एक पुरुषु शरीरे पिण वांका कूबमा
मनमांही पिण कुटील कूमा ४. ४ च्यार फल. एक थांबरो फल अखे सेवतां १ हाथे या बारे वरसांताश् सेवें ते
पामें १, एक से घणो श्रने फल शल्प मोखरो ते तामरो फल २, एक सेवीजें थोमो ने फल घणा देवें ते वेलरा फल ३, एक सेवेही थोमो ने फल पिण थोमा काले ते थाक घतुराना फल ४.
६५ ४ श्ण दृष्टांते च्यार पुरुष. एक पुरुष नगवंतरो मार्ग से घणो तथा गुरांरी सेवा पिण
घणी तेथी मुक्तिरूप फल पामें केहनी परे गौतमखामीनी परे १, को एक मार्ग सेवें घणो थने फल थोमो केढ्नी परे कूलवालक साधुनी परे १, एक पुरुष सेवें जिनमार्ग थोमो ने फल घणो ते अर्जुनमाली परदेशीराजानी परे ३, एक पुरुष नदंत जगवंतरो मार्ग सेवें थोमो थोमीही फल पामें ४.