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चंदत्तादान लेवें नही थने लेवंणहार कहें तेहने ३, मैथुन सेवें नही अंने सवेणहार कहें तेंहने ४, दास नही थने दास सरीखा वचन कहें तेहने २, नपुंसक नदी ने नपुंसक सरीखा वचन कहें तेहने ६.
४० ६ ब प्रकारे साधु कुठ नहीं बोलें. शून न बोलें १, किणकाहि गुण न करें १, किंणही खिष्टता न करें ३, कठोर वचन न कहें ४, गृहस्थी सरिखा वचन न कहें ५, कलंक न देखें ६..
४१ ६ प्रकारे समकित गमें आने मिथ्यात्व आदर. अरिहंतांरा अवगुणवाद बोलें तिवारे
समकितने गंमीने मिथ्यात पामें १, अरिहंत प्ररूपीया धर्मना अवगुणवाद बोलें तो समकित गंमीने मिथ्यातं पामें , यांचार्य उपाध्यायना अवगुणवाद बोलें तिवारे समकितं गंमीने मिथ्यात पामें ३, चतुर्विध संघना अंवगुणंवाद बोलें ते समंकित गंमीने मिथ्यात पामें ४, जदरे वशंथी समकित गंमीने मिथ्यात पामें ५, मोहरेव
शं उन्मादपणी पामें समकितं गमीने मिथ्यात पामें ६. ६ प्रकारे वाद करें. धागलानुं पागे वोलवाने वाद करें १, थागवारी वात सुणीने