________________
-
चंडमा चालणी समाचारी जोई ३, चूत चुतणी नाचता दीग ते पाखंमीयानो |||| जोर होसी ४, बारा फणरो नाग दोगे तिणरो फल बारा बरसी काल पमसीए, दें। वतारो विमान पागे फिरीयो देख्यो तिणरो फल विद्यालब्धि विजेद जासी ६, ज-| करमी ऊपर कमल लग्यो देख्यो तिणरो, फल चार वरणा मांहि वाणीया के जिन धर्म रहसी, वागीयानो दीगे नद्योत बहु मिथ्यात अल्पं धर्मरी जोत , समुख सुको तीन दिस दक्षिणकानी थोमो पाणी दक्षिणमे नगवंतरो धर्म जाणी ए, हेम थालीम श्वान खा खीर खांम ऊंचकी लक्ष्मी नीचके घर मांक १०, हाथी उपर चढयो वंदरो नीच कुलको राजा सुंदरो ११, समुख मर्यादा लोपी तिवार सिख लोपी गुरु मावीतनी कार ११, महारथ जूता वाउमा धर्म करसी बहू बालुमा १३, तेज रहित रत्नज देख गरमा धर्ममे कुलख विशेष १५, राजपुत्र बेल चढयो देख राजा मिथ्या धर्म संवेख १५, विगर मावत हाथी लमता मही बहु वर्षा थारे पां. चमे नही १६. सोले शीलका गुण, शुक शील पाले तो कलंक लागे नही १, शुक शील पाले तो
-
-