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यो १, फरसेंडीरा सुखनो वियोग मेलीया २, रसेंडीरा सुखरो वियोग पामीयो ३, रसें-|| जीना मुखरो संयोग मेलीयो ६, चकुशीना सुखनो वियोग मेलीयो , चक्कुइंजी ना मुश्खनो संयोग मेलीयो . 0 'आठ बोल जाणवा योग जे. पहिले नही जाणे नही आदरे नही पालें ते लोकि- ||●|
कमिथ्यात १, बीजे जाणे नही श्रादरे नही पाले में तिके जोगी सन्यासी, तीजे. जाणे नही आदरे में परं पालें नही तिको नन्नावधारी ३, चोथे जाणे नही भादरे * में पाले में'तिको धापण उत्कृष्टपणो मार्ने अगीतार्थ पुरुष ४, पाचमे जाणे ||
आदरे नही पालें पिण नही तिके अविरते समकिती ५, न जाणे में आदरे नही ||* पाले बे तिके श्रेणिक प्रमुख ६, सातमे जाणे 'यादरे में पालें नही तिके पास-|| गदिक ७, बाग्मे जाणे में आदरे में पाले तिके नगवंतनी आग्या पाले बे ते साधु | साधवी जाणवा ७. - क्रोध जेसो जहेर नही १, मान जैसो वैरी नही २, माया जैसो जय नही ३, लोन
जैसो सुख नही ४, संतोष जैसो सुख नही ५, पञ्चरकाण जैसो हेतु नही ६, दया,