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४ देशविकथा च्यार प्रकाररी. देशना नाना प्रकाररा नोजननी कथा कहें १, देशना विकल्प विचार सोनो रूपो धननी कथा कहें १, देश बंदका ते देशनी रीतगीत ना.
दनो करणो तेहनी कथा कहें ३, देशना पहेवेशनी कथा कहें ४. १७१ ४ नत्तकथा च्यार प्रकाररी. जत्तस्सजवायका नोजन नपजावारी विधि कहें १, भत्तस्स निवायका नोजन पचावारी विधि कहें २, जत्तस्स धारनका नातरे वारंनकी कथा ||
कहें ३, नत्तस्स परिनोगावा जोजन जीमवारी विधिनी कथा कहें ४. १७२ |* ४ राज्यनी विकथा च्यार प्रकाररी. राजारे नगरमाही पेसवानी रीतनी कथा कहें १ रा
जारे नगरमांहीथी नीकलवानी रीतनी कथा कहें २, रथ हाथी घोमा सिणगारखानी रीतनी कथा कहें ३, राजाना कोगर नंमारनी कथा कहें ४:
१७३ ४ च्यार धर्म. दानके प्रनावसे धन्नो र शालीन असंख्य लक्ष्मीका नोग्य जोगव दे. वलोकमें प्राप्त होवें यावत् सिधिपद पामेगें एसे जाण सुपात्रकुं दान देवें १, शील-12 का पन्नावसें सुदर्शनशेठकु शुलीका सिंहासण हुवा र कलावतीका कव्या हाथ नया उत्पन्न हुवा एसे जाणकर शुरु शील पालण , तपके प्रत्नावसे धन्नो साधु
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