Book Title: Agamsaddakoso Part 2
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
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[सुत्तंकसहिओ]
૩૨૯
२१९,२२४,२३०,२३९,२८९,२९४,३००, || अनुओ. १०,१७,१८,३४,३९,४०,५१,५२, ३०५,३३०,३४१,३४३ थी ३४६,३६४ ७०,८२,१५०,१६१,१६३,२३८,२८२, थी ३९८;
२८६,२९५,२९८,२९९,३०१,३०९ थी पन्न. ७८,८९ थी १३३,५३७ थी १४१,
३११,३१७,३२२,३२५,३२७,३२९; १६६,१७७,२३५,२५८,२५९,२६७ थी
जीव [जीव] qj, प्राश घा२४॥ ७२। २८६,२८९,२९०,२९४,२९७,३५२,३५७ आया. २०१; सूय. ४०२,६४१; थी ३६०,३७३,३७९,३८९ थी ३९६, भग. ११०,४६४; नाया. ३१,८७; ४०१,४१७,४३९, थी ४४१,४५३,४५८, अंत. १३,
जंवू. ९२; ४६१,४७१,४७३,४९५,४९६,५०८,५२१, निर. ७,
तंदु. ५७,७१,९७; ५२६ थी ५३९,५४२ थी ५४४,५४६ दस. ५३९;
उत्त. १८१,२४२, थी ५५०,५५९ थी ५७३,५७५,५७७,५७८, | जीवअपचक्खाणकिरिया [जीवअप्रत्याख्यान५९६,५९९,६०५ थी ६१०,६१२,६१३; क्रिया] प्रत्याध्यानना जमावे धादि जंबू. ४४,२१४,२२९,२४५,३६३;
પ્રવૃત્તિ થાય તેવી ક્રિયા निर. १५: पुष्फि. ८;
ठा. ६०; वण्हि . ३;
चउ. ५३,५९,६३, जीवआणवणिया [जीवआज्ञापनिका) 94 आउ. १,२६,२८,३१,३९,४१,४२,४७,५५; આજ્ઞા કરવાથી કર્મબંધ કરે તે ક્રિયા महाप. ७.१४.१७.१८.२४.५५ थी ५९:
ठा. ६०; भत्त. ६१,६८,७९,८०,९२,१४१,१६५,१६७; जीवआरंभिया [जीवारम्भिकी] 4 माह तंदु. ३,५,८,११,१७,२० थी २६;
કારણે કર્મબંધ કરે તે ક્રિયા संथा. ९९,१११; गच्छा . ६;
ठा. ६० निसी. ५४३,७९६,८८९,११०५;
जीवंजीव [जीवजीव] वननो साधार, दसा. ३,३५,३६,१०३ थी ११२;
જીવની શક્તિ, એક જાતનું પક્ષી आव. १६,२४,३१;
भग. ११४,११५; नाया. ४०; दस. ३२ थी ४१,५८ थी ६१,
अंत. ५०,
अनुत्त. १० १४३,२३५,३५२,४१९; ।
पन्न. १६३; उत्त, ७६,१०२,१९४,२११,२९५ थी ३०५,
जीवंजीवक [जीवंजीवक] ५१२-मे नतर्नु ४०३,९१९,१०५८,१०७८,१०८५,१०८६,
પક્ષી, એક જાતની વનસ્પતિ १०८९,१०९२,१११३ थी ११८५,११९०, ११९१,१२१५,१२१९,१२७३,१२८६,
पण्हा . ७; १२९९,१३१२,१३२१,१३३८,१३५८,
| जीवंजीवग [जीवंजीवक] मी ७५२' १३७५,१३८१,१४३८ थी १४४२,१४५४,
भग, ५९४; उव. ३; १४६६,१४६७,१५१२,१५३०,१५३२ थी
जीवा. १६४; जंबू. ३२; १५३४,१५४६,१५४८,१५५४,१५५६,
जीवंत [जीवन्त] ®वतो, प्राधा२९॥ ४२तो १५६८,१५७२,१५७९,१५८१,१५८८,
सूय, ३१२;
राय, ६७,७०, १५९१,१५९८,१६००,१६०७,१६०९, जीवंत जीवत्] qj ते १६१९,१७११,१७१२,१७२० थी १७२२; निर. १७,
उत्त. ५७३; नंदी. १,१४,६४,१३६,१४०,१४३,१५५, | जीवंतग [जीवत्क] शुमो 'जीव' । १५७; अ.नंदी. १: विवा, २७;
राय. ७०
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