Book Title: Agamsaddakoso Part 2
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
View full book text
________________
(सुत्तंकसहिओ)
૩૯૩
सम. ११२;
नाया. ६१; तवोमग्गगइ /तपोमार्गगति] उत्त२४७५' सूत्रनु || तस [स] त्रास पामता में स्थानेथी बीछे એક અધ્યયન
સ્થાને જવાની ગતિ શક્તિવાળા પ્રાણીउत्त. ११८९;
બેઇન્દ્રિયાદિ જીવ, ત્રસકાય માર્ગણા तवोवन [तपोवन] त५४२वान स्थल
आया. ४९,३५४,४४८,४८३,४८८,५३६, ओह. १९४;
५४४; तवोवहाण [तप-उपधान] 64धान त५, | सूय. ८३,२४४,३०३,३५५,३८१,३८३, તપાચારના આઠ ભેદમાંનો એક ભેદ
३९९,४००,४७४,५०४,५०७,५१४,५७७, सम. १८०,२२२ थी २२५,२२७;
५९३,६४४ थी ६४७,६४९ थी ६५१, पुप्फि. ७२
६६३ थी ६६५,६६७,६७५ थी ६९८,७०३, तवोसमायारी [तपःसमाचारी तपनीसमायारी, ७४१,७५१,७६८,७९८ थी ८०५; બાર પ્રકારે તપનું અનુષ્ઠાન કરવું તે
ठा. ५७,१०८,१७७,३०५,३५१,४८२,५४३, उत्त. ४७;
७०५,८८८; तवइरित्त [तद्व्यतिरिक्त] सिवाय, तेथी ४९ सम. ६५,२१५ थी २२७,२३२; भग. १३७; पन्न. ५४४;
भग. ७६,२२१,२९२,२९३,३३१,३३९, तव्वइरित्तमिच्छादसणवत्तिया /तव्यतिरिक्त ३५९,४०३; मिथ्यादर्शन प्रत्यया तथा मिन्न मिथ्याशन पण्हा. ७,२०,२४,३२ थी ३५,४५, નિમિત્તક્રિયા
उव. ४४ ठा. ६०;
जीवा. ९,३०,३५,५०,५१,३५०; तब्बक्कम तदवक्रम] तेनो मम
गच्छा. ७५,
दसा. ३५,४७,५५, सूय. ६७५ थी ६९८;
ओह. ८२;
दस. ३२,३४,८०, तवतिरित्त [तद्व्यतिरिक्त] 6५२'
२३३,२४८,२५२,२५५,२६६,२६९,३५२, पन्न. ५४४;
३६१,४८८; तब्वत्थुत तदवस्तुक] पाहीजे साधनोनो । उत्त. १३६,२१८,७०३,७४७,९५३,९८५, ઉપન્યાસ કર્યો હોય તેને લઈને જ પ્રતિવાદી १०३६,१४५२,१५६२,१५७०,१५७१, ઉપપરિપૂર્વક પ્રત્યુત્તર આપે
१५९०, ठा. ३६०;
नंदी. १३९ थी १४९,१५४; तव्वयण [तद्वचन] व्युत्पत्ति अनुसार थत। अनुओ. ३२९; અર્થ કહેનાર શબ્દ
तस [त्रस्] त्रास यता मागg, पलायन ठा. १८८;
आया. ५१;
सूय. ४००; तब्विगुण [तद्विगुण] तेथी प्रतिम तसकाइय [त्रसकायिक] A1404 ठा. ६८३;
सूय. ७०१,७०४; तविवरिय [तविपरीत] तेथी दटुं
ठा. ५२३,५२५,६६२,६७१,८७२; भग. ६७७;
भग. ३५१,३९२; पण्हा . ७; तविह [तद्विध] ते प्रारे
जीवा. १३४ थी १३६,३४६ थी ३४८,३५०,
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562