Book Title: Agam 43 Uttarajjhayanam Mulsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 37
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४३२||-27 मतरनायप्पणि-10 (४३०) विद्या दुपयं च चउप्पयं घखेसं गिहंधणधनं च सव्यं सकम्मवीओअवसो पयाइपरं भवं सुंदर पावगंवा ॥२९॥-24 (११) तं एक्कगं तुमसरीरगं से चिईगयं दहिय उ पावगेणं मजा यपुत्तीविय नायओ वादायारमन्नं अणुसंकमन्ति ॥३०0- 25 (१३२) उवणिजई जीवियमपमायंवणंजरा हरइनरस्स राय पंचालराया वयणं सुणाहिमा कासि कम्पाइ महालयाई ४३1-28 (141) अहं पिजाणामिजहेह साहजं मे तुमं साहसि वककमेयं भोगा इमे संगकरा हवंति जे दुञ्जया अझो अम्हारिसेडिं (४३४) हथिणपुरम्मि चित्ता दणं नरवई महिटीएये काममोगेसु गिद्धेणं नियाणमसुहं कडं ४३३३1-28 (४३५) तस्स मेअपडिकंतस्स इमं एयारिसंफलं जाणमाणो विजं धम्म कामभोगेसु मुच्छिओ ४३४||-20 (४६) नागोजहा पंकजलावसन्नो दटुंधलं नाभिसमेइ तीरं एवं वयं कामगुणेसु गिद्धान भिक्खुणी मग्गमणुव्वयामो ॥४३५/- 30 (१३७) अच्छेइ काली तरंति राइओन यावि भोगा पुरिसाण निमा उविध मोगा पुरिसंचयंति दुमंजहा खीणफलं वपक्खी ॥४३६|| - 31 (१५८) जयंत सिमागेचइउंअसतो अजाइंकमाई करहिं रायं धम्मे ठिओ सव्वपयाणुकंपी तो होहिसि देवो इओ विउव्वी ॥३७॥- 32 (ras) न तुज्स भोगे चाइऊण बुद्धी गिद्धोसि आरम्मपरिगहेसु मीहं कओएत्तिउ विप्पलायोगछामि रायं आमंतिओसि ॥४३८|| - 33 (no) पंचालरायाविय बंमदत्तो साहुस्स तस्स वयणं अकाउं अनुत्तरे मुंजिय काममोगे अनुतरे सोनरएपयिठो ४३९||- 34 (1) चित्तो विकामेहि विरतकामो उदग्गचारित्तवतो महेसी अनुत्तरं संजम पालइत्ता अनुतरं सिद्धिगइंगओ-तिमि ||Moll- 38 सेरसमंजसपणं समत. वउदसमं अझयणं-उसुयारिज (२) देवा भवित्ताण पुरे भवम्मी केई चुया एगविमाणवासी पुरे पुराणे उसुयारनामे खाए समिद्धे सुरलोगरम्मे (१३) सकम्मसेसेण पुराकएणं कुलेसु दग्गेसुयते पसूया निविण्णसंसारभयाजहाय जिणिंदमग्गंसरणं पवना । (mm) पुमत्तमागम्म कुमार दोवी पुरोहिओ तस्स जसा य पत्ती विसालकित्तीयतहोसुयारी रायत्यदेवी कमलावईय (४५) जाईजरामाभयामिमूया बहिविहाराभिनिविद्वचित्ता संसारवक्कस्स विमोक्खणहा दखूण ते कायगुणे विरत्ता inml-4 (r) पियपुत्तगा दोनिवि माहणस्स सकम्मसीलस्स पुरोहियस्स सरित्तु पोराणिय तत्य आइंतहा सुचिणं तबसंजमंच ॥wli... || ll-1 1211-2 ॥r३11-3 For Private And Personal Use Only

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