Book Title: Yugpravar Shree Vijayvallabhsuri Jivan Rekha aur Ashtaprakari Puja
Author(s): Rushabhchand Daga
Publisher: Rushabhchand Daga
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में विश्व की अनुपम विभूति,जवयुग प्रवर्तक,न्यायाम्भो मुनि श्रीमान श्री निधि,दादा प्रभावक,जैनाचार्य श्री श्री १००८ श्री मट
सविनीत कि विजयानन्द सूरीश्वरजी (आत्माराम जी ) महाराज के
VAC पट्टधर विश्व वत्सल अज्ञान तिमिर तरणि,कलिकाल । FE कल्पतरू,भारत दिवाकर,परमशाशन मान्य, संघ A E रक्षक , अनेक शिक्षण संस्याओं के प्रेरक.सूर सार्व
.. माम, मरुधर रा.पंजाब केशरी,ज-यु.प्र. R निको भट्टारक परमपूज्य जैनाचार्य श्री श्री ooz
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