Book Title: Yugpravar Shree Vijayvallabhsuri Jivan Rekha aur Ashtaprakari Puja
Author(s): Rushabhchand Daga
Publisher: Rushabhchand Daga

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Page 118
________________ य ] ५ खंभात (गुजरात) ६ पेन ( महाराष्ट्र) ७ वरकारणा तीर्थ (राजस्थान) पूज्य आचार्य श्री के कर-कमलों द्वारा हुई अंजनशलांकाएँ :१ जंडियालागुरु पंजाब सं० १६५७ २ विनौली उत्तरप्रदेश सं० १९८३ ३ उमेदपुर राजस्थान सं० १०६५ ४ कसूर पंजाब सं० १९६६ ५ रायकोट पंजाब सं० २००० ६ सादड़ी राजस्थान सं० २००५ ७ बीजापुर राजस्थान सं० २००६ ८ बम्बई महाराष्ट्र सं० २०१० पूज्य आचार्य श्री के सान्निध्य में हुई मन्दिरों की प्रतिष्ठाएं :१ जंडियालागुरू पंजाब १६५७ २ सूरत गुजरात १६७४ ३ सामाना पंजाब १९७८ ४ लाहौर पंजाब (पाकिस्तान) १९८१ ५ बिनौली उत्तरप्रदेश १९८३ ६ अलवर राजस्थान १९८३ ७ चारूप गुजरात १९८५ ८ कचौलिया गुजरात १९८५ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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