Book Title: Yugpravar Shree Vijayvallabhsuri Jivan Rekha aur Ashtaprakari Puja
Author(s): Rushabhchand Daga
Publisher: Rushabhchand Daga

View full book text
Previous | Next

Page 29
________________ in [ 4 ] स्वर्गस्य शान्त मूर्ति मुनि श्री हँस विजय जी महाराज के शिष्य प्रशिष्यादि :१ मुनि श्री हेम विजयजी महाराज x २ पन्यास श्री सम्पतविजयजी महाराज x ३ मुनि श्री दौलतविजयजी महाराज x ४ मुनि श्री सोमविजय जी महाज x ५ मुनि श्री कुसुमविजयजी महाराज x ६ मुनि श्री वसन्तविजयजी महाराज x ७ मुनि श्री शम्भुविजयजी महाराज x ८ पन्याम श्री रमणीक विजयजी महाराज है मुनि श्री धर्म बिजयजी महाराज x १० मुनि श्री कपूर विजयजी महाराज x स्वर्गस्थ दादा श्री खान्ति विजयजी महाराज के शिष्य प्रशिष्यादि :१ मुनि श्री मोहन विजयजी महाराज x २ गणिर्वय श्री रामविजयजी महाराज ३ मुनि श्री शान्ति विजयजी महाराज ४ __ स्वर्गस्थ मुनि श्री उद्योत विजय जी महाराज के शिष्य प्रशिष्यादिः१ आचार्य श्रीमद् विजय कस्तूर सूरीश्वरजी महाराज x २ मुनि श्री कुन्दन विजयजी महाराज ३ मुनि श्री चिन्तामणि विजयजी महाराज ४ मुनि श्री जीत विजयजी महाराज x Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126