________________
80
üvavaiya Suttarh Sa 19
It includes restraint on evil thought and cultivation of noble thought.
से किं तं वय - जोग - डिसलीणया ?
वय - जोग-पडिसंलीणया अकुसल -वय-गिरोहो वा कुसल -वयउदीरणं वा । सेतं वय - जोग - पडिसंलीणया ।
वह वचनयोग प्रतिसंलीनता क्या है ? उसका क्या स्वरूप है ?
अकुशल - दुर्वचन का निरोध करना, अशुभ वचन नहीं बोलना अथवा कुशल वचन - सद्वचन बोलने का अभ्यास करना वचन योग प्रतिसंलीनता है । यह वचन योग प्रतिसंलीनता का स्वरूप है ।
What is the restraint on the activity of words?
It includes restraint on unwholesome words and use of wholesome words.
से किं तं काय - जोग - पंडिसंलीणया ?
काय-जोग-पडिसंलीणया जण्णं सुसमाहिअ - पाणिपाए कुम्मो इव गुत्तिंदिय सव्व- गाय - पडिलीणे चिट्ठइ । से तं काय-जोग-पडिसंलीणया | ( से तं जोग - पडिलीणया । )
वह काययोग प्रतिसंलीनता क्या है ?
हाथ, पैर आदि को सुस्थिर कर, कछुए के समान अपनी इन्द्रियों को "गोपन कर, सारे शरीर को संवृत्त कर अर्थात् प्रवृत्तियों से खींच कर सुस्थिर होना, काययोग प्रतिसंलीनता है । यह योग प्रतिसंलीनता का स्वरूप कहा गया है ।
What is the restraint on the activity of body?