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उपकेशगच्छ - परिचय |
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जम्बूनाग महत्तर — जिन्होंने लोद्रवपुर में ब्राह्मणों
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को पराजित कर भाटी नरेश को जैन
धर्म का अनुयायी बना के वहाँ नये
मन्दिरों की प्रतिष्टा की ।
देवभद्र महत्तर 1
कनकप्रभ महत्तर
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जिनभद्र महत्तर
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पद्मप्रभवाचनाचार्य – आपका पवित्र चरित्र बड़ा ही अलौकिक है।
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ककसूरि —– जिन्होंने डीडवाना के भैशाशाह को सहायता दी ।
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देवगुप्तसूरि- जिन्होंने मैंशाशाह की माता के संघ में श्री शत्रुंजय की यात्रा की ।
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कसूरि- जिन्होंने बारह वर्ष घोर तपश्चर्या कर अनेक लब्धियें प्राप्त कीं । आप राजगुरु के नाम से प्रख्यात थे । | पाटण के चौरासी उपाश्रय में आप नायक थे आचार्य हेमचन्द्रसूरि तथा कुमारपाल नरेश आप का बड़ा सन्मान और सत्कार करते थे । आपका