Book Title: Patrimarg Pradipika
Author(s): Mahadev Sharma, Shreenivas Sharma
Publisher: Kshemraj Krishnadas

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Page 72
________________ भाषाटीकासहिता। विंशोत्तरी दशाका उदाहरण । (७१) स्पष्ट चन्द्रमा ५। २९ । १९॥ ४९ इसकी कला १०७५९ । ४९ इसके ८०० आठसौका भाग दिया लब्धः१३ आये यह गवनक्षत्र हस्त हुआ शेषकला ३५९ । ४९बची इसको श्लोक ४२ के अनुसार कत्तिकाको आदि ले गिननेसे जन्मनक्षत्र चित्रा भौमकी दशामें आया इसलिये भौमके दशाके वर्ष ७ सातसे गुणे किये २५१८ । ४३ हुए इनमें ८०० आठसौका भाग दिया लब्ध ३ वर्ष आये, शेष ११८१४३ बचे इनको १२ बारह गुणे किये १४२४। ३६ हुए, इनमें ८०० आठसौका भाग दिया लब्ध एक मास आया शेष ६२४॥३६ को ३० तीसगुणे किये १८७३८ । • हुए८०० आठसौका भाग दिया लब्ध२३ दिन आये शेष ३३८ । • बचे इनको ६० साठगुणे किये २०२८० । • हुए इनमें ८०० आठसौका भाग दिया लब्ध २५ घटी आयी शेष २८०० को ६० साठगुणे किये १६८००। • हुए, फिर इनमें८०० आठसौका भाग दिया लब्ध २१ पल आयी शेष० शून्य बची। इसप्रकार वर्षादि३।१।२३।२५।२१ भौमकी भुक्त दशा आयी,इसको दशाके वर्ष ७ मेंसे घटायी शेष३।१०।६५३४। ३९ बची यह भौमकी भोग्य दशा हुई। विंशोत्तरीदशायन्त्रम. भो भो. रा. गु. | श. | १८ | १६ | १९ बु. | १७ वयोग तवर्षादि, संवत २८१९३२/१९५०१९६६१९८५ २७१८१५/१८३११८५० शक. उत्तीणोंक. ३९ । १८ । ८ १८ - - - Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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