________________
( २४ ) ( रानी को देकर राणा को छुड़ाने) के लिए धिक्कार दिलाता है। ये दोनों बातें एक दूसरे से विपरीत है अतः कवि ने यहाँ विरोधाभास किया है।
जटमल तथा अन्य सभी कवियों ने पदमिनी को सिंहलद्वीप की पुत्री बतलाया है जो निरी कवि-कल्पना मात्र है। ओमा जी के अनुसार चित्तौड़ से ४० मील पूर्व स्थित सिंघोली गावही सिंघल होना सम्भव है। सिंहलद्वीप के जल-वायु ने पद्मिनी जैसी श्रेष्ठ लावण्यवती स्त्री पैदा की हो एवं इतने दूर से राजस्थान आई हो यह सभव नहीं। राजस्थान में जैसे पूगल की पद्मिनी प्रसिद्ध रही है उसी प्रकार सम्भव है मेवाड़ मे भी सिंघोली जैसा कोई स्थान रहा हो। खुमाणरासो हमे सूचना देता है कि महाराणा राजसिंह औरगमीर की माग मान कमध की पुत्री को व्याह कर लाया था, उस सुन्दरी को भी कवि ने पद्मिनी लिखा है, जिसने राणा को पत्र लिख कर मुसलमान के घर जाने से बचाकर अपनी रक्षा करने की प्रर्थना की थी। राणा उसे व्याह कर ले आया इसके बाद राणा शिकार के लिए गया, उसने गगा त्रिवेणी गोमती और नागद्रह को देखकर बाँध कराने के विचार से गजधर को बुलाकर शिरोपाव दिया । खुमाणरासो मे यहाँ तक का वर्णन प्राप्त है। अतः राजसिंह की पदमिनी की भाँति रतनसेन की परिणीता पदमिनी सती भी मेवाड़-राजस्थान मे ही जन्मी हुई वीरागना होनी चाहिए। ____ इस ग्रंथ मे कवि लब्धोदय कृत पद्मिनी चरित्र चौपई ही सर्व प्रथम और प्रधान रचना है अतः यहाँ कवि लब्धोदय का यथाज्ञात जीवन परिचय दिया जाता है।