Book Title: Kuvalayamala Part 1
Author(s): Udyotansuri, A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan
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-६८९]
कुवलयमाला
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1 वंस-कुडंगो अइवंक वलिय-समाओँ अवस्स गरयम्मि । जाइ तिरिएसु णवरं मय-सिंग-समाएँ लेसाए॥
धणुओरंप-सरिच्छो माया-बंधेहिँ होइ मणुयत्तं । होइ अवस्सं देवो ईसी-वंकाएँ मायाएं ॥ लोहो विचउ-वियप्पो किमि-राओ होइ णीलि-राओ य । कद्दम-राय-सरिच्छो होइ चउत्थो हलिहि व्व ॥ पढमेण होइ णरयं बीएण भणति णवर तिरियत्तं । तइएण मणुय-जोणि होइ चउत्थेण देवत्तं ॥ कोवो उव्वेयणओ पिय-बंधव-णासणो णरवरिद । कोचो संतावयरो सोग्गइ-पह-रुंभओ कोवो ॥
८७) अवि य कुविओ पुरिसो ण गणेइ अत्थं णाणत्थं, ण धम्म णाधम्म, ण कम्मं णाकम्म, ण जसं णाजसं, ण 6 कित्ती पाकित्ती, ण कजं णाकजं, ण भक्खं णाभक्ख, ण गम्मं णागम्म, ण वच्चं णावच्च, ण पेयं णापेय, ण बलं णाबलं, ण दोग्गई ण सोग्गई, ण सुंदरं णासुंदरं, ण पच्छं णापच्छं ति । अवि य ।। बुहयण-सहस्स-परिणिंदियस्स पयई पाव-सीलस्स । कोवस्स ण जंति वसं भगवंते साहुणो तेण ॥ जेण, मिच्छा-वियप्प-कुविओ कोव-महापाव-पसर-पडिबहो । मारेइ भायर भइणियं पि एसो जहा पुरिसो॥' भणियं च णरवइणा 'भयवं, ण-याणिमो को वि एस पुरिसो, केरिसो वा, किं वा इमेण कयं' ति । भणिय च गुरुणा । 12 “जो एस तुज्झ वामे दाहिण-पासम्मि संठिओ मज्झ । भमरंजण-गवलाभो गुजाफल-रत्त-णयण-जुओ ॥
तिवलि-तरंग-णिडालो-भीमण-भिउडी-कयंत-सारिच्छो । भुमयावलि-भंगिलो रोस-फुरंताहरोह-जुओ ॥
दढ-कढिण-णिहरंगो बीओ कोवो व एस संपत्तो । एएण कोव-गहिएण जं कयं तं णिसामेहि ॥ 1584) अस्थि बहु-कणय-घडिय फुड-रयण-फुरंत-विमल-कंतिल्लं । दमिलाण कंचि-देसं पुहईय व कोडलं एकं ॥ 15
उत्तत्त-कणय-मइया फरिहा-पायार-रुचिर-गुण-सोहा । तम्मि पयासा णयरी कंची कंचि व्व पुहईए॥ तीए चि य महाणयरीए पुव्वदक्खिणा-भाए तिगाउय-मेत्ते रगडा णाम संणिबेसो । सो य केरिसो। विंझाडइ-जइसओ दरिय.8 मत्त-महिस-संकुलो, हर-णिलओ जइसओ उदाम-वसह-ढेकंत-रेहिरु, मलय-महागिरि-जइसओ दीहर-साहि-सय-संकुलु, 18 णहंगणाभोउ जइसओ पयड-गहवइ-सोहिओ त्ति । अवि य ।
धण-धण्ण-सालि-कलिओ जण-सय-वियरंत-काणणो रम्भो । रगड त्ति संणिवेसो गोउल-सय-मिलिय-गोटयणो ॥ । तम्मि य जम्म-दलिदो बहुलीय-रुयंत-परिगओ चंडो। कलहाबद्ध-कलयलो सुसम्मदेवो त्ति वसइ दिओ॥ तस्स य भद्दसम्मो णाम जेढउत्तो । सो य बालत्तणे चेय चंडो चचलो असहणो गविओ थडो णिटुरो णिद्वर-वयणो सब्वडिभाणं चेय दुःद्वरिसो अणवराहिणो अपणे डिंभे य परिताडयतो परिभमइ । तस्स तारिसस्स दहण सब्भावं पयई व डिंभेहि 4 कयं णामं चंडसोमो ति गुण-णिप्फण्ण णाम । ता णरणाह, सो उण एसो। इमस्स य गुरुयण सरिस-गुण-कुल-सील-माण- 24 विहव-विण्णाण-विजाणं बंभण-कुलाणं बालिया बंभण-कण्णया पाणिं गाहिया । ते वि तस्सेव कुटुंब-भारं णिक्खिविऊण मूढ
लोग-वाया-परंपरा-मूढा दूसह-दालिद्द-णिव्येय-णिविण्णा गंगाए तित्थयत्ता-णिमित्तं विणिग्गया माया-पियरो त्ति । एसो वि 27 चंडसोमो कय-णियय-वित्ती जाव जोव्वर्ण समारूढो । सा वि दिणी इमस्स महिला तारिसे असण-पाण-पावरण-णियंसणा- 27 दिए असंपडते विविह-विलासे तहा वि जोव्वण-विसदृमाण-लायण्णा रेहिउँ पयत्ता । अवि य ।
भुंजउ ज वा तं वा परिहिज्जउ जं व तं व मलिणं वा । आऊरिय-लायण्ण तारुणं सव्वहा रम्मं ॥ 30 तओ तम्मि तारिसे जोवणे वट्टमाणा सा दिणी केरिसा जाया ।
जत्तो जत्तो वियरइ तत्तो तत्तो य कसिण-धवलाहिं । अचिजइ गाम-जुवाण-णयण-णीलुप्पलालीहिं॥
६८९) तो इमो चंडसोमो तं च तारिसं पेच्छमाणो अखडिय-कुल-सीलाय वि तीय अहियं ईसा-मच्छरं 33 समुव्व हिउमाढत्तो । भण्णइ य,
33
21
1) अइबंगवलियओवचार अवस्स, P जाति for जाइ, P संग for सिंग, P मायाए for लेसाए. 2)P धणउरंव-, J मायाबद्ध उ होइ, Pईसि--3) राइ for राय, P हलिद व्व. 4) बितिएण for बीएण, P भवत्ति for भणंति, P तइए माणुसजोणी. 5)3 कोहो, Pउव्वेवणओ, रंभओ कोओ. 6)Jण अणत्थं P नाणेत्थं,Jom. णाधम्म,P न कामं for ण कम्म, णाअकम्मं P नोकामं, P न यसं, Jणा अजसं Pणोयसं. 7)Jणा अकित्ती, Jणा अकजं, णा अभक्ख, Jणा अगम्ग. 8)P सोयई for सोग्गई, P न पंथं नापंथं ति. ) Pबहु for वुह. 10)J मेच्छा मिअप्प,J पावपटलपसरद्धो. 11) P om. केरिसो वा, किमेण for किं वा इमेण. 12) JP वामो (?), J वासंगि for पासम्गि, P गबलातो for गवलाभो. 13) भुमयावल- 14) P रूवी for बीओ, Pव्व for व, दहियएण for गहिएण, निसामेह. 15) द मिलोण कंपि देसं पुवीय P दमिलाकंति निवेसं पु. 16) रुइय for रुचिर. 17)Jतीय य कंचीय महा",J दक्खिणे P पुव्वभक्खिणा-. 18) Pउम्मत्त for मत्त, P हरिणलओ, P वसभढेंकंतरेहिरो, Pसहि for साहि. 19)P नहंगनाहोउ. 20)P वियरत्तकाणरणारामो, P ओल for गोउल. 21)P बहुलीव, कलहोवबद्ध. 22) रुद्दसोगो for भद्दसम्मो, चेव चंडो. 23) Pणो वि अण्णे, P om. य,P तस्स य तारिसयरस, P सभावपइयं च डिभेहिं. 24) P निप्फन्नं नामं ।, P ताण for ता, P om. य, Pसील नाणविहव विज्जाविन्नाणं. 25) Pपाणी गहिया, J तस्सेय P तस्सेवि. 26) P वाय for चाया, दारिद्दनिव्वेय, तित्थयत्ताए निमित्तं, मापियरो. 27 P सो for सा, P पाणे for पाण, J णिअंसणादि अ असं". 28) Pवि विहवः, P -बोसट्टमाणलायण्ण रेहिउं पयते ।, Jom. अवि य. 29) P भुज्जउ, P परिहि जिउ हं व वत्थं वा ।, Pnj for रां. 30) वट्टमाणे, P सो for सा. 31P वत्तो for the first तत्तो. 32) अक्खंडिय, - कुलसीलाय वितीय यहि अयं । कुलसीलयवित्तीय अहियं. 33) om. भण्णइ य.
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