Book Title: Kuvalayamala Part 1
Author(s): Udyotansuri, A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 206
________________ § २८२ ] कुवलयमाला 1 तत्थ य पाय-पटमक्खराई 'दासो ' ति कामयतेण लिहिजण पेसिया गाहा । एवं इमाइँ एत्थं अण्णाइ मि होंति बहु-वियप्पाई । छप्पण्णय- बुद्धि-वियपियाइँ मइ - वित्थर-कयाई ॥ उता साहसु पिए, इमाणं मज्झे केण विणोएण चिट्ठामो'ति । कुवलयमालाए भणियं । 'भजउत्त, सब्वाई चेय इमाई सुंदराई, 3 तापिरंतु वा इमाई । अण्णं किंचि देवं विष्णवेमि, जय देवो पसायं करेछ' । कुमारेण भणियं 'पुच्छ वीसत्यं, गरिब ते अणाइक्खणी' । कुवलयमालाए भणियं 'अज्जउत्त, एत्तियं सासु कहं तए जाणिभो एस पायय-संतो, कई इमं देर्सतरं 6 पत्तो, कहं वा पायओ पूरिओ'त्ति । कुमारेण भणियं 'सुंदरि, णिसामेसु । 27 ६ २८१ ) अस्थि अउज्झाए दढवम्मो णाम राया । सामा देवी । तीय पुत्तो अहं । दिव्व-तुरयावहरिभो वणं पत्तो तपय दिट्टो महारिसी, सीहो, दिग्ब-पुरिसो व तेण रिसिणा साहिब पुग्ध-जम्मं पंचण्ड वि जाणं तं जहा चंडसोमो कोव 9 जणिय- वेरग्गो उवसंतो धम्मणंदणस्स पायमूले कोसंबीए पुरवरीए । माणभडो वि । एवं चिय मायाइच्चो, लोहदेवो, मोहदत्तो 9 तो एवं च तवं काऊण कय-जिणवर धम्म-संकेया कालं काऊण पडसे विमाणे समुप्पण्णा । तत्थ वि धम्म- तित्थयर-संबोहिया कप-सम्मता पुणो समाया हीनं तथ य जो सो लोहदेवो सो इदं चंपावरीए बणिउसो जाओ । तम्मि जाण12 बजे विणिग्गी पठमकेसरेण देवेण संबोहिल, पव्वइओ, ओहि जाणी जाओ। तेण वि णिरुवियं जाब चंडसोमो सीहो 12 जाओ, माणभडो भउज्झाए अहं जाओ । तओ अवद्दरिओ पउमकेसरेण मोहदत्तेण, रिसिणो य पासं संपाविभो । तेण य भगवया साहिओ एस सव्वो वृत्तंतो । गहियं च मए सम्मत्तं, जहा सत्तीए किंचि देस-विरइय-वयं च । तत्थ य सीहेण 15 कयं भणसणं । पुच्छिओ य मए भगवं 'सो उग मायाइच्च देवो कत्थ ववण्णो संपयं' । साहियं च भगवया । 'दाहिण समुह- 15 वेला पण लग्गा विजया णाम पुरवरी । तत्थ व विजय राणो धूया कुवलयमाल' ति मए भणिये 'भगर्व, तीय को होही उपाभो सम्मत-भे' चि भगवया भणियं 'तुमं चेन पडिबोहेसि' भए भणियं 'भगवं, किं मम सा वयर्ण 18 करेइ' | भगवया भणियं 'तए सा परिणेयव्वा' । मए भणियं 'क्रेण उवाएण' | भगवया साहियं 'तीय पुरिस- देसिणीए 18 अण्णो मुनिवरो सयलं पुव्व-भव वृत्तंतं साहेइ सुय- गाण- पभावेणं । ता ताणं पंचण्हं जणाणं एक्का एसा । अण्णे चत्तारि torte उववण्णा । ताणं च मज्झे एक्केण परिणेयव्वा ण अण्णेण । तओ सा तप्पभिदं पाययं लंबेहिइ पुब्व-भव-वृत्तंत21 सूचयं तं च तुमं एको जागिहिसि ण उण अण्णो, तेण तु तं परिणेहिसि । पुणो संजाय पी श्रीसंभ-परूट- पणवाए 21 संभरिऊण पुष्व जम्म-वुत्तंतं, काऊण धम्म- कई, जणिऊण वेरग्गं, जिंदिऊण संसार-वासं, पसंसिऊण सम्मत्तं सव्वहा तम्मि काले पनोय-पुण्यं सदा करणी जहा गाइवस सम्म ति । तभ मए पुच्छित्रं 'भगवं, एस पुण पडमकेसरो देवो 24 कत्थ उववज्जिहिइ' ति । भगवया भणियं 'एस तीए चेव कुवलयमालाए पुतो पुहइसारो णामं होहि ि 24 तओ तुम्हेहि पडियोहेयग्यो' तितं च सोऊण पिए, इमं देतरं संपत्तो किर तुमं पडिबोहेमि सि । एवं चभिष्णो पायभो । परिणीया एत्थ तुमं ति वा पिए, संपर्क इमं जाणिऊण पनि सम्मतं । ६ २८२ ) तं च केरिसं । अवि य । दुत्तर- दूर तीरे फुडिए जाणम्मि वुज्झमाणस्स । पुरिसस्स उयहि-मज्झे जह फलहासायणं सरणं ॥ तह संसार-महोयहि-दुत्तारुत्तार- विसम- दुह-सलिले । जीवस्स होइ सरणं सम्मत्तं फलहयं चैव ॥ बहुहु-जोयण-वित्थिपणे भडई - मज्झम्मि भीरु - पुरिसस्स । भीयस्स भयंडे चिय सत्यो पुरओ जहा होइ ॥ संसाराड-मज्झे बहु- दुक्ख सदस्य- साववाइण्णे जीवस्स णत्थि सरणं मोनुं सत्यं व सम्मतं ॥ जह कंटय रुक्स समाउसम्म गहणम्मि डु-मग्गास्स भवियाणिय- देस दिसी विभाग मूढस्स वर मग्गो ॥ सह जीवस्स वि सुइरे कुत्थमग्गे मूट हिययस्स । सिद्धि-महापुरि गमियं मार्ग पिव होइ सम्मतं ॥ 30 33 १७७ Jain Education International J 1 ) P ते for ति, कामयतो भावयंवेण 2 ) J adds विह after बहु, P मतिवित्थर, कराई ॥ 3 ) P सासु पिए Padds तिं before भणियं. 4 ) ता for ताव. 5 P अणाविक्खणीयं, Padds वा before इमं 7 > 3 adds अण्ण after अस्थि, दढधम्मो महाराया, तुरियावहरओ वणसंपत्तो 8 P तत्थ रिट्ठो, P रिसिणासीहियं, P को for कोव. 9 ) P वेरग्गो, कोसंबीपुर 10 ) Pom. च, Pom. काऊण after कालं, I om. वि P तित्थरय बोहिया क्यसमत्ताण. 11)P जंबुयदीवं, Jom. य, लोहदेसो सो इय, P वणियउला जाओ P तम्मि य जाणवत्त वि 12) P सवोहिओ, P सोहो for सीहो. 13 yr om. जाओ after अहं, P रिसिणो य, P संपाइओ, Pom. तेण य भगवया साहिओ. 14 ) J अब्बो for सो, Pom. च, किंच P किंपि देसविरईवयं. 15 J adds य before कयं सोऊण for सो उण, P उबवण्णो for ववण्णो, om. संपयं, ए भणियं for साहियं. 16 पुरी for पुरवरी, भयवं, Padds य before को. 17 J होहि होति, P उवाय, -लब्भो, " तुमं वियपडिबोहेतु, कयणं for सा वयणं. 18 ) Padds भगवं before केण, P -सिणीय. 19 ) साहिति P साहेति प्पभात्रेणं, J om. ता. 20) Padds एक्के before एक्केण, ए अन्नोण, तप्पभूई, लंबेहिति P बेहिति, P वृत्त. 21 ) P जाणहसि, Pom. तं, JP पीति 22 ) 3 om. पुव्वजम्मवृत्तंतं काऊण, र धम्मस्स कहूं, P वेरयं for वेरगं. 23 > लाइवंत सा सम्मत, P णातिवत्तं इ, भ्यवं । भगव, P एस for पुण. 24 > JP ज्ववज्जिहिति, Jom. त्ति, P चेय कवलय", repeats पुत्तो. 25 ) तत्थ for तओ, तुम्मेहि P तुम्हेवि, P चेय for च, पत्तो for संपत्तो, P पडिवोयन्न त्ति ।। 26 > Jom. एत्थ, पिर for पिए, पडिवज समातं. 27 ) P जं for लं, Padds से after व, Pom. अवि य. 28) P भज्जगाणरस, ए उहिमज्झे, P फल्यायणं. 29 ) P महोमहिदुत्तारो विम्मदुसयासलिले ।, सुहू for दुह, P चेय. 30 > P अमांगि, सत्यं for सत्यो 32 ) P अवियाणयसहिसाविहाय, मग्गे. 33 > कुमग्गलग्गे for कुसत्यमग्गे. J 23 For Private & Personal Use Only 6 27 30 33 www.jainelibrary.org

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