Book Title: Jain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Author(s): Usha Agarwal
Publisher: Classical Publishing Company
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________________ viii ह०पु० प०पु० प०च० प०च० प०च० वा०पु० मा०पु० पा०पु० ब्र०पु० वि०पु० शि०म०पु० य०च० बं०च० व०च० ने०नि०म० जी०च० त्रिश०पु०० च०च० धश० द्वि०सं०म० . प्र०च० * ह०का० प०का० अ०० ए०० इ०ए० इ०हि०क्वा० जि०र०को० प्र०सं०द्वा० नि०सा० स०सि० क०वि० ध०फ क०स०सा० हरिवंशपुराण पद्मपुराण पद्मचरित पउमचरिय विमलसूरि पउमचरिउ स्वयम्भू . भागवत पुराण वायुपुराण मार्कण्डेयपुराण पार्श्वनाथपुराण ब्रह्माण्डपुराण विष्णुपुराण शिवमहापुराण यशस्तिलक चम्पू बंरागचरित बर्द्धमानवरित नेमिनिर्वाणमहाकाव्य जीवन्धरचम्पू त्रिशष्ठिशलाकापुरुषचरित चन्द्रप्रभवरित धर्मशर्माभ्यूदय द्विसंधानमहाकाव्य प्रमुम्नवरित हम्मीरकाव्य पद्मानन्द काव्य अभयकुमार चरित एपिग्रापिका इण्डिका इण्डियन एण्टीकवेरी इण्डियन हिस्टोरिकल रिटली जिनरत्नकोष प्रश्नसंवरद्वार नियमसार सर्वार्थ सिद्धि धर्मपरीक्षा कथासरित्सागर

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