Book Title: Charge kare Zindage
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 27
________________ - आप अपने पति की तितली नहीं, एक अच्छी सचिव बनिए । तितली केवल फूलों पर मंडराती है, जबकि आप उनकी सचिव और प्रेरणा-स्रोत बनकर उन्हें फूलों की तरह खिलने में मदद कीजिए । अपने पति की कमियाँ मत निकालिए। यदि आप ऐसा करेंगी तो वे आपके लिए काँटा बनकर आपको ही बींधेंगे, पर यदि आप उनकी गर्दन ऊँची करने में मदद करेंगी, तो वे और अधिक ऊँचे हो जाएँगे । अपने पति पर झल्लाइए मत। वे दूसरों से सौ-सौ लड़ाइयाँ झेल सकते हैं, पर आपकी रोज़-रोज़ की टी-टीं बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। पति का दिल जीतना है, तो उन्हें अपना प्यार, सम्मान और ख़ुशियाँ बाँटते रहिए । अपने घर को प्रेम और शांति का मंदिर बनाइए । पति साँझ को घर लौटे तो उनके सामने दिनभर की शिकायतों का Jain Educationa International For Personal and Private Use Only 26 www.jainelibrary.org

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