Book Title: Charge kare Zindage
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 80
________________ • जब भी हँसें, दिल से हँसें। मन से हँसने वाले शरारती होते हैं और होंठो से हँसने वाले औपचारिक। हृदय से हँसने वाले आत्मा से हँस रहे होते हैं। - हँसमुख इंसान से मिलकर हर कोई प्रसन्न होता है। कोई भी इंसान न तो मुरझाए हुए फूल पसंद करता है, न ही मुरझाए चेहरे। - फोटो की सुंदरता के लिए हर फोटोग्राफर का पहला सुझाव होता है - स्माइल प्लीज़ । काश, इस सुझाव को हम चौबीसों घंटों के लिए अपना लें तो बिना ब्यूटी पार्लर के ही हम सुंदरता की ऊँचाइयाँ छू सकते हैं। दिन में कम-से-कम तीन बार खुलकर हँसिए। दिन में दस बार उन्मुक्त हँसी हँसने वाले जिंदगी में कभी डिप्रेशन और हार्ट-अटैक के शिकार नहीं हो सकते। Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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