Book Title: Charge kare Zindage
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 69
________________ कैसा करें व्यहार कर्मचारियों से se - - S IMINARomaniawww mmar - twimwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwww wwer SU - कर्मचारी और मालिक का रिश्ता उतना ही ज़वाबदेह होता है जितना भक्त और भगवान का। कर्मचारी मालिक के लिए तभी तक अपना पसीना बहाएगा, जब तक मालिक की ओर से उसे पूरा पारिश्रमिक और प्रोत्साहन मिलता रहेगा। आप अपने कर्मचारी को केवल काम मत दीजिए वरन काम के साथ उसे लक्ष्य भी दीजिए। महान् लक्ष्य के पूर्ण होने पर कर्मचारियों की आत्मा उतनी ही गौरवान्वित होंगी जितनी सफलता का स्वाद मिलने पर आपको हुआ करती है। Jain Educationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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