Book Title: Charge kare Zindage
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 29
________________ मुक्ति पा लीजिए, नहीं तो वे कभी भी आपके लिए मुसीबत की तलवार बन सकते हैं । यदि आपके पति गुटखा, तम्बाकू, शराब का सेवन करते हैं तो उनसे झगड़ने की बजाय अपनी श्रेष्ठ बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए इन चीज़ों के दोष समझाइए | उन्हें बताइए कि वे एक ऐसे पति की भूमिका निभाएँ, जिन पर उनके बच्चे गर्व कर सकें । आप अपने पति के साथ इस तरह व्यवहार कीजिए कि जैसे रानियाँ महाराजाओं के साथ किया करती थीं । विश्वास रखिए तब आपके पति भी आपके साथ वही व्यवहार करेंगे जैसे आप उनकी नूरजहाँ हो । Jain Educationa International For Personal and Private Use Only 28 R www.jainelibrary.org

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