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- अनुभव का उत्पल )
आत्म-दर्शन
पर-नियन्त्रण की अपेक्षा आत्म-नियन्त्रण अधिक उत्तम है।
दूसरों को अनावश्यक कहने में अपनी मानसिक विडम्बना होती है।
आत्म-दोष-दर्शन की वृत्ति सबसे अधिक जटिल
है।
अपनी भूल सुधार के लिए सबसे सरल और अच्छा मार्ग आत्म-दोष-दर्शन है।
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