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अनुभव का उत्पल
प्रतिपक्ष
प्रेम को पुष्ट करो, क्रोध नष्ट हो जाएगा। मृदुता को पुष्ट करो, अभिमान क्षीण हो जाएगा। ऋजुता को पुष्ट करो, कपट नष्ट हो जाएगा । सन्तोष को पुष्ट करो, लोभ नष्ट हो जाएगा ।
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