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अनुभव का उत्पल
आरती
प्राण-प्रतिष्ठा की कमी इस दुनिया में नहीं है।
कमी है चित्र बनाने वालों की । चित्र बनता है तो प्राण अपने आप भर जाता है।
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अपने परमात्मा को जगाओ, ऐश्वर्य तुम्हारी आरती उतारने की प्रतीक्षा में खड़ा रहेगा।
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