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- अनुभव का उत्पल )
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अनुभव का उत्पल
अहिंसा, अपरिग्रह और अध्यात्म
शोषण का मूल जीवन की आवश्यकताएं नहीं, मानसिक अतृप्ति है।
अहिंसा का आधार कायरता नहीं, अभय, समता और संयम है।
अपरिग्रही वह नहीं है, जो दरिद्र है। अपरिग्रही वह है, जो त्यागी है।
अध्यात्मवाद से आवश्यकता की पूर्ति नहीं, उसकी पूर्ति के साधनों का विकार मिट सकता है।
__ अध्यात्म से पदार्थ की प्राप्ति नहीं होती, प्राप्त पदार्थ पर होने वाला ममकार या बन्धन छूट सकता है।
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