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— अनुभव का उत्पल )
( अनुभव का उत्पल
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जीवन के पीछे
जीवन और क्या है? देह और प्राणों की चेतना के साथ जो समन्विति है, वही तो है।
जो जीया जाता है, वही जीवन नहीं है। जिससे जिया जाता है, वह भी जीवन है। खाये बिना कोई नहीं जीता, यह जितना सच है, उतना ही नहीं। उससे कहीं अधिक सच यह है कि खाने में संयम रखे बिना कोई नहीं जीता।
संयम जीवन ही नहीं किन्तु जीवन का भी जीवन
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ना
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