Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ प्रवचन का उद्दश्य और फल अहिंसा महाव्रत की प्रथम भावना : ईर्यासमिति अहिंसामहाव्रत की द्वितीय भावना : मनःसमिति / अहिंसामहाव्रत की तृतीय भावना : वचनसमिति अहिंसामहाव्रत चतुर्थ भावना : आहारेषणासमिति अहिंसामहाव्रत की पंचमी भावना : आदान-निक्षेपणसमिति उपसंहार 177 178 178 178 180 182 Kx 185 द्वितीय अध्ययन-सत्य सत्य की महिमा सदोष सत्य का त्याग वोलने योग्य वचन [ऐसा सत्य भी वर्जनीय, सत्य के दस प्रकार, भाषा के बारह प्रकार, सोलह प्रकार के वचन] सत्यमहाव्रत का सुफल सत्यमहाव्रत की पाँच भावनाएँ प्रथम भावना : अनुवीचिभाषण दूसरी भावना : अक्रोध तीसरी भावना : निर्लोभता चौथी भावना : निर्भयता पाँचवीं भावना : हास्य-त्याग उपसंहार 161 Morror 163 164 196 0 0 0 तृतीय अध्ययन-दत्तानुज्ञात अस्तेय का स्वरूप ये अस्तेय के आराधक नहीं अस्तेय के आराधक कौन ? अस्तेय की आराधना का फल अस्तेय व्रत की पाँच भावनाएँ प्रथम भावना : निर्दोष उपाश्रय द्वितीय भावना : निर्दोष संस्तारक तृतीय भावना : शय्यापरिकर्मवर्जन चतुर्थ भावना : अनुज्ञात भक्तादि पंचमी भावना : सार्मिक-विनय उपसंहार 207 0 0 0 206 210 211 [ 34] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org