Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 337
________________ 298] [प्रश्नव्याकरणसूत्र 135 37, 86 208 143 74 248 पयावई परदार परभवसंकामकारो परसु परहड परा परिग्गहो परिचारगा परिजण परिट्ठावणियासमित परितावण अण्हो परियार परीसह पल्लल पलाल पलिअोवम पलित्त पलिय पवक पवयण पव्वक 232 له و الله له ندم प्रजापति परस्त्री परभवसंक्रामकारक, हिंसा का १८वां नाम फरसा चोरी का दूसरा नाम तृणविशेष परिग्रह का पहला नाम व्यभिचार में सहायक परिजन मल-मूत्र आदि परठने की समिति से युक्त परितापन आस्रव, हिंसा का २६वां नाम तलवार की म्यान परिषह-कष्ट पल्वल-छोटा तालाब पलाल-पोपाल उपमाकालविशेष प्रदीप्त सफेद बाल उछलने कदनेवाला प्रवचन वाद्यविशेष प्याऊ पवित्रा, अहिंसा का ५५वां नाम धन का विस्तार, परिग्रह का २०वां नाम वाद्यविशेष दो खुर वाला जानवर / शस्त्र प्रधान भूषणविशेष पैदल कोट एक जाति का मत्स्य प्राणवध, हिंसा का पहला नाम पानी oror x पवा 162 117 पवित्ता पवित्थरो पव्वीसग पसय पहरण पहाण पहेरक पाइक्क पागार पाठीण पाणवहो पाणियं 253 mor r mr Mor m4 34 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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