Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Dadar Aradhana Bhavan Jain Poshadhshala Trust
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आठ परमाणुओ.
२६४
श्रीरायचन्द्र-जिनागमसंप्रद्दे-
शतक १२.देशक ४.
यो तिथि दुपपसिया धंधा भयंति पंचदा कजमाणे एगयओ बचारि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपयसिए बंधे नया अवा एगयओ तिनि परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपपसिया संधा भवंति, छहा कज्रमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, गयओ दुपपसिए संधे भवर, सप्तद्दा कलमाणे सत्त परमाणुपोग्गला भवति ।
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७. [ प्र० ] अट्ठ भंते! परमाणुपोग्गला- पुच्छा । [ उ०] गोयमा ! अट्ठपएसिए खंधे भवद्द; जाव-दुहा कजमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ सत्तपरसिए बंधे भवर अहवा एगयओ दुपपसिए खंधे, एगयओ छप्पयसिप बंधे भवर, अहवा एगयओ तिपयसिप बंधे एगयओ पंचपपसिए बंधे भवर; अहवा दो चउप्परसिया खंधा भवंति; तिहा कज्ज्रमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला भयंति, मनयत्रो उप्पयसिप संधे भवर अचा गयो परमाणुपोले, एगयो दुप्परसिप बंधे, एगयओ पंचपपलिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउपपसिए संधे अव अवा एगयओ दो दुपपसिया संधा, एगयओ चउप्पयसिप संधे भवर अहवा गयओ दुपरसिर बंधे, एगयओ दो तिपपलिया खंधा भवंति चउहा कज्ज्रमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला, एगयओ पंचपरसिए बंधे भवति; अहवा एगयो दोष परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपरसिप संधे, एगयओ चउप्परसिए बंधे भवति अहषा एगयओ दो परमाणुपमाला, एगयओ दो तिपरसिया संधा भवंति अहचा एगवओ परमाणुपोग्गले, बगवओो दो दुपरसिया संधा, एगो तिपरसिए खंधे भवति अहवा चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति पंचहा कज्रमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिर संधे भवति अहचा गयो तिथि परमाणुपोग्ला, एगयओ दुपपसिए संधे, पनवओ तिपयसिप बंधे भवति भवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिन्नि दुपएसिया संधा भवंति छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ
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एक तरफ से परमाणुपुलो, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक त्रिप्रादेशिक स्कंध वाय.
अथवा एक
तरफ एक परमाणुपुङ्गल बने एक तरफ त्रण द्विप्रदेशिक स्कंधो पाय... जो तेना पांच विभाग वाय तो जुदा चार परमाणुपुङ्गलो, भने एक त्रिप्रदेशिक स्कंच थाय [. अथवा एक तरफ त्रण परमाणुपुद्गलो अने जो तेना छ भाग थाय तो एक तरफ जुदा पांच परमाणुपुद्गलो तथा जो तेना सात भाग थाय तो जुदा जुदा
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एक तरफ वे द्विप्रादेशिक स्कंधो धाय. [.] अने एक तरफ एक द्विप्रादेशिक स्कंध पाय सात परमाणुपुद्गलो था.
७. [प्र०] हे भगवन् ! आठ परमाणुपुद्गलो थाय तो बे, त्रण, चार, पांच, छ, सात के आठ एक तरफ सात प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे. प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे. थाय छे.
आठ प्रदेशनो एक स्कंध थाय. [ जो तेना विभाग विभाग थाय तो एक तरफ एक परमाणुग अथवा एक तरफ बे प्रदेशोनो एक स्कंध अने एक तरफ छ अथवा एक तरफ त्रण प्रदेशनो एक स्कंध अने एक तरफ पांच प्रदेशनो एक स्कंध अथवा चार चार प्रदेशना बे स्कंध थाय छे. जो तेना त्रण विभाग थाय तो एक तरफ जुदा ने परमाणुपुद्रो अने एक तरफ छ प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे. परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ पंचप्रदेशिक स्कंध थाय छे. तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ चतुष्प्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ वे द्विप्रदेशिक स्कंधो अने एक चतुभ्प्रदेशिक स्कंध थाय छे.
अथवा एक तरफ एक अथवा एक
संबन्धे प्रश्न. [उ०] हे गौतम! विभाग थाय. ] यावत् तेना बे
शिक स्कंध अने एक तरफ वे त्रिप्रादेशिक स्कंध थाय छे.
प्रण परमाणुपुद्रो अने एक तरफ पांच प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे.
परमाणुपुद्गल, एक तरफ बे द्विप्रदेशिक स्कंधो अने दिप्रदेशिक पाय छे.
अथवा एक तरफ एक द्विप्रदेजो तेना चार विभाग थाय तो एक तरफ जुदा • अथवा एक तरफ हुदा ने अथवा एक अथवा एक तरफ एक 1. अथवा चार अने एक तरफ
]. अथवा एक तरफ प्रण परमाणुओ अने एक तरफ एक द्विप्रदे ]. अपना एक तरफ मे परमाणुपुङ्गलो, एक
जो
ओ तेना छ विभाग थाय तो एक तरफ हुदा पांच परमाणुDOOD ..... अथवा एक तरफ चार परमाणुपुङ्गको जो तेना सात विभाग भाव तो एक तरफ उदा
परमाणुपुद्गलो, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक चार प्रदेशनो स्कंध थाय छे. तरफ वे परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ वे त्रिप्रदेशिक स्कंधो थाय छे.
एक चतुष्प्रदेशिक स्कंध थाय छे.
शिक स्वन्ध अने एक त्रिप्रदेशिक स्कंध पाय तरफ प्रण द्विप्रदेशिक स्कन्धो पाय े. छे. पुद्गलो अने एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अने एक तरफ बेद्विप्रदेशिक स्कंधो थाय छे.
एक त्रिप्रदेशिक एक स्कंध थाय छे.
तेना पांच विभाग थाय तो एक तरफ जुदा चार परमाणु पुद्गलो,
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