Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Dadar Aradhana Bhavan Jain Poshadhshala Trust
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२६६ श्रीरायचन्द्र-जिनागमसंग्रहे
शतक १२.-उद्देशक ४. तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति; छहा कजमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा पगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिन्नि दुप्पएसिया खंधा भवंति, सत्ता कजमाणे एगयओ छ परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवति, अहवा एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयो दो दुपएसिया खंधा भवंति; अट्टहा कज़माणे एगयओ सत्त परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवति, नवहा कजमाणे नव परमाणुपोग्गला भवंति । . ९. [प्र०] दस भंते! परमाणुपोग्गला-[उ०] जाव-दुहा कजमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ नवपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ अट्ट पएसिए खंधे भवइ, एवं एक्केकं संचारेयच्वं ति, जाव-अहवा दो पंच पएसिया खंधा भवंति; तिहा कजमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा पगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयो छप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ चउप्पएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दो तिपएसिया खंधा, एगयो चउप्पएसिए खंधे भवइ, चउहा कजमाणे एगयो तिन्नि परमाणुपोग्गला, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिन्नि तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिन्नि दुपएसिया खंधा, एगयओ चउपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिन्नि तिपएसिआ खंधा भवन्ति । अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति, पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ छपएसिए संधे
दश परमाणु
... अथवा एक तरफ त्रण परमाणुओ अने एक तरफ त्रण द्विप्रदेशिक स्कंधो होय छे.
.. . |... जो तेना सात भाग करवामां आवे तो एक तरफ छ परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कंध होय छे.
1. अथवा एक तरफ पांच परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ बे द्विप्रदेशिक स्कंधो होय छे..
स. आठ भाग करवामां आवे तो एक तरफ सात परमाणुओ अने एक तरफ द्विप्रदेशिक एक स्कंध होय छे.
.. जो तेना नव भाग करवामां आवे तो जुदा नव परमाणुओ होय छे. || ||||||||||| |||.
९. [प्र०] हे भगवन् ! दश परमाणुओ संबन्धे प्रश्न. [उ०] (तेनो एक दशप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अने जो तेना विभाग करवामां आवे तो बे, त्रण, चार, पांच, छ, सात, आठ, नव अने दश विभाग थाय छे.) यावत् बे भाग करवामां आवे तो एक तरफ एक परमाणु अने एक तरफ नव प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे.||::]. अथवा एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ अष्टप्रदेशिक एक स्कंध होय छे. | MEE. ए प्रमाणे एक एकनो संचार करवो; यावत्-अथवा बे पंचप्रदेशिक स्कंधो थाय छे. .जो तेना त्रण विभाग करवामां आवे तो एकतरफ वे परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ एक आठ प्रदेशनो स्कंध होय छे.
.' अथवा एक तरफ परमाणुपुद्गल, एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कंध, अने एक तरफ सप्तप्रदेशिक स्कंध होय छे. . . अथवा एक तरफ परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कंध अने एक छ प्रदेशिक स्कंध होय छे. | ED:. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक चतुष्प्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ पंचप्रदेशिक स्कंध होय छे. ||| . अथवा एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध, एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कन्ध अने एक तरफ पंचप्रदेशिक स्कंध होय छे. |
अथवा एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कन्ध अने एक तरफ बे चतुष्प्रदेशिक स्कंधो होय छे.. . अथवा एक तरफ बे त्रिप्रदेशिक स्कन्धो अने एक तरफ एक चतुष्प्रदेशिक स्कंध होय छे. | म. तेना चार विभाग करवामां आवे तो एक तरफ त्रण परमाणुपुद्गलो, अने एक तरफ सप्तप्रदेशिक स्कंध होय छे. |
मन अथवा एक तरफ बे परमाणुपुद्गलो, एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ छप्रदेशिक स्कन्ध होय छे. .. . अथवा एक तरफ बे परमाणुपुद्गलो, एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कन्ध अने एक पंचप्रदेशिक स्कन्ध होय छे. ||ान . अथवा एक तरफ बे परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ बे चतुष्प्रदेशिक स्कन्धो होय छे. | FEE. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कंध, एक तरफ
संचारतेणं क संचरिति छ।
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