Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Mayachand Matthen
Publisher: Vikramnagar

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Page 32
________________ जीवाकयजीवतव्याघ्रप्टोकनअउरसानाजीवनश्वन यात्रिज्ञालिषेत्रा मभाषकपमाहरण थोमोसोशना विरागकणव मणिवेम्यागिहिरापरूपउसूवसिदितस्त्रीपरिग्रहीन सायकलसंसारिमादिएकमनुष्मनविषिजी दिाधवलय पक्षवाममलानाकर वखादि चिरागसहि कैलकरणा बनवलसबैतिणकाराधी जीविवासणीअकरमायना हादिक शिविर गाहाशा त्रास दिक्रियाकर।। जीवियोऽपिया हमागसिंमाणवाणे वनवुकं ममायमाारण आरतीविरमणिकंडल सहश्मिण इचियाउगरिगि लिणेजपत्रपरादिक- इणिसंसारिमादि २०प.प्रिय नियमलाहिंसा णनिःकवलकायक्तिगनश्लोगनीवालानार लालकल्लोगना झटमविपर्यासविपरीतबुधिव्यतत्वना विषरातारबतामुपसनादिन नमदमिव दिनकरणएको जनापरेएसपदमनियमसफलपरसबिकाईनही अर्थप्रलापकता वषैतत्वातत्व विषश्तत्वएदवसा पारदवाक्यबबाल नथीएतावता बदवाभादतवचनबोलतधाबाले जाना पाम दिवनश्चलकर्मन जदयात्र जीविकामकहलीजविवाaai साभवसायजेहनउपजस्तकेदवाऊऽतिक Pawaरना एतावावा/मोवानियमावादिस्स संबन्नबालाजीची कामे लालपमणि मूदेविमरियासमुदति है।एकय एकश्वधिनादिक जजेजलोकवा जन्ममरणमाऽषजागी विवरैचारित्रविनिश्चैलपरीस वौज्युऊपउरपरारधावस्वाऽधर्म रिवौयायालवीचिणि जावकरवतिक०नवाबश्तेकर/समाकाना दउपसंरकिरीनि:पकपबत्तीधो करिश्मनी तवजेक्षनणीका कारणिसर्वाणीच्या M ममेनविषश्वश्परसमजाणिकतामृत्फमोनारामधी पियाउपायापास माओवपश्सजोपी स्फकागजाइनवजा शणामानावकंखतिजिजणाधवचारिण/जाई मशण परिम्नाय चरेसकामाणामधिकालस्सणागम/सऽसिया सुहसायाकहतीम् श्षयशषपनिरूला बधविनाशसर्वजी अन्पश्सर्वमीवन जीवियुकामानेरिवी अवस्वाश सगलाजीवमैजीवि तपरिषएकमदजीव छाधी मनदी नमत्रीय जीवनापिय ऊतामहारोगग्रस्त बतात39/बपिथवा बाजीवतेमा राजीवश्वाash मतमम्फेलेकहैया संयमश्रादरी॥ गापियानयासुदसाया| उरकपमिलता पियवहापियजीविणा जीविकामा सोसि जीवियपिय/तपरिगि

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