Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Mayachand Matthen
Publisher: Vikramnagar
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निमीक पराहस्वधनबमदेवा गायजण्कयोमबलहीनशनरिवला यसियदेवान कीनिवर्तशतमाप्रति भीमसास्तव सम्पयप्रकारिउमपुरुषपालाश्रीसुधमेस्वामिकaas निवसरिमझना कोई दानही सिंधशमश्रादानदिलदारनामा वितिषअबसर लोसन्नवैतालिक नकराव ऊमऊजिममकारवारस्वमीपससल्पा तिमजुवस्वामित्र इणिकाणिजपऽनहीक्रोधन वर्ण वादनबाल विणदीजप्रदेश नीवरईसदस्वजनिभानावार तश्कसाइतिश्री लोकविजयाध्ययमेवीथाउदेससमाप्तः
कराया। नमातिनऊमेकाथिलमविसापमिसेदिखापरिणामिका/पयांमाग समकवासझासिनिबेमितिले । दिवांचमवउदेशौकहीयनsvasघउद्देससोगनीपरित्याग ४ अमिलकरसाएमुषपानिऽषपरिवारोउद्देशी लोकनार्थप्रदजिक कपकारीरपुत्रादिकतेदना कसाईलाजसञ्चारित्रियश्देदवतियालिवानश्याफार विरूपनानाप्रकारज्ञास्त्रेिकरी।
अर्थिनेकसमारंसकरियश्तेकदा सोलोकनिभाईचविएदवउसावकबीयश्वशा कविजयाध्ययानावअर्थाउद्देशक समाप्तधाजमिण विविरुवस्वेदिंसनेदिलिोकस्सकम्मसमारंमाकजंति अषणाकदततिारसनोक नइ दीकरीना मुण्डा बन जातीस्तास्वजन क्षविनई राजानई दासनश्का रासीमका कर्मकरानका रणदारआपणाात्मान
कर्मकरीमका काजि कानिमश्काजि तेदनप्रकाजिल काजिल काजिता र्थिनारेनकर॥
जहाः श्राष्पोसा नाणं श्याण साएदा सातीण बाती राई देसाणा दासी कम्मकराणं कम्मकरी पाऊणाने अटोपनापुत्रादिकाविया
अनेकवारेसक मनि कु०अविना सीमा बलीवहनौविशेषकहीयबाद सिगससी जोकप्रद सेक्टवडास कानिषदक० सूखमीन
रामलान रामनिहाविनासी दौरसाकर पनी मपकाशाश्मनुष्यलोकमावि पणिमाकचारि मुहिकेपसंद्यमा
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3 र आएसाए मुढोपदेणाए सामासायारामाणसंनिदी सनिचएकजीवामगसिमागवाणं सायणाए समुष्ट्रिय

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