Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Mayachand Matthen
Publisher: Vikramnagar

View full book text
Previous | Next

Page 52
________________ esas विध-कयविशषडाल्यधर्मनिणे मिली सर्वश्वेपिा किमकर्ममारवयावणकार का-०नमसाकमश्राप्तिकदी निट्रांजेणसावतिकदलाए सव-कस्तासर्वदास्पापरिव अत्तीण गुन्नाकर रददो प्रयवाविधनान्यस्यकल्प जडापरवजिकर्मषमाविधानउद्यताधम मनोवाननीय प्राप्नियाम्पानी विनाशनि ककरतिमानेदविष करुती मोहीनीकर्मनीपरासत शक्षणाचारपस्वासकारयारकपनामावदार महोशी करनेटमस्त हाजविशनसिायमनाथानेदकारकहतारपणारहिताचर. नगात्रसापशि मीयतीप्रमागत सुषमा मामिला - दिवरलेऊमानिएकनाथा॥क्दाविकू कस्ती विधस्नेयावलीउपदेश एकत्ता सेयमा वीजयाइनिएस्वातिनियुलक रूपातका मनश्उदय अरविनश्शानदपजे एकदा॥ नष्टोमयाजा तकाप्पपयोण्यस्मा निशासनावद्यएमसी कापरतीकामाद एपित्रमादधारासदासयरिबहाली दिवतणेसाकापूरणाममरवाई मेयमावृष्ट्रोनसकूलयाशपर विकबाहिरकहतास्वम नादिमित्रफ नसकीयशतकात्मानौनकणकवैजिजागजातयामा इरान थकदामाद भीसमधिको निधीपदवीमावदेवरिबारिमा० कोईएकसमा वाबजेहत्तीजेठपकारीते मित्राने नउचालश्यकताकर्मतिथा विषयसंगतिदनउचालणा मानप्रवर्तकजाणिव रथकाउनिअथवा किदोऽविषमियमकताठयात्मानसीपव कारपरमावधाविमामीयश्सनए हारनिवारणदाश तेजा। ॥ श्रमावरुषमादरमाहीजमिचीमि कामाटाला अनेरशकिण्डिीकरी|MAON पायान्नापरिचएपरिमाचमामवचममिन्न किंबहियामिन्नामिश्चमि जेजारणका वास्तव्य जाणमा तयारी अनमोकमार्यगामीमा कर्मनधरणहारवयात्मा सरिमाप प्रदोजीवात्मा प्रतिनिधयक्षमध्यानयक शणियरिखकमको मका रिमा दोश्रात्मासिबमे० माजाणश्तेदाताहरमित्रमणिकारणिकदीर मा उबादिरविषयनीसरत मालिकारणि कसयम तहमा मा 'उरु॥ जाणाराखश्यातजा साचालश्य परिसाअनाणामघ असिनिगिमाएवंऽरवायमारकसि रिसामधामय समलिकहतीसर्वव्यापा सबक आगमनीया सेवक जेषव मेमनी मारवाइसंसारतवलीऽदईज ऋतवारित्ररूपच अनैआत्मानिसम्पकपकारिश्रेयकल्पा उदउँकहती रखौमीडाजपार्जित जाशा आगमनमा नविशेषकरीबशसकिजा मयहीना देवअपमूननगुणकक्कदिवे रागषबिजी स्पिअर्थिकदवानुसार नादिकसदिता एक्ष्यकाविपरीतमन्नतेदन उस्वरूपकारिकरी पकदैवज्ञ॥ समलिजासादि समसाणाएसम्वहितासेमेधावीमातरतिमदितधाममादाय स्मयसमणुपस्सति उन

Loading...

Page Navigation
1 ... 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146