Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ चतुर्थी पंचमी षष्ठी सप्तमी संबोधन स्त्रियै स्त्रियाः स्त्रियाः स्त्रियाम् हे स्त्रि स्त्रीभ्याम् स्त्रीभ्याम् स्त्रियोः स्त्रियोः हे स्त्रियौ स्त्रीभ्यः स्त्रीभ्यः स्त्रीणाम् स्त्रीषु हे स्त्रियः 6. गुरु शब्द एकवचन द्विवचन गुरुः गुरू गुरू गुरुम् गुरुणा प्रथमा द्वितीया तृतीया चतुर्थी पंचमी षष्ठी सप्तमी संबोधन गुरुभ्याम् गुरुभ्याम् गुरुभ्याम् बहुवचन गुरवः गुरून् गुरुभिः गुरुभ्यः गुरुभ्यः गुरूणाम् गुरुषु हे गुरवः गुरोः गुर्वोः गुर्वोः हे गुरो ' हे गुरू । 7. मातृ (माता) एकवचन प्रथमा माता द्वितीया । मातरम् तृतीया मात्रा .. चतुर्थी. . मात्रे पंचमी . मातुः षष्ठी मातुः सप्तमी मातरि संबोधन हे मातः द्विवचन मातरौ मातरौ मातृभ्याम् मातृभ्याम् मातृभ्याम् बहुवचन मातरः मातृः मातृभिः मातृभ्यः मातृभ्यः मातृणाम् मात्रोः मातृषु मात्रोः हे मातरौ हे मातरः वररुचिप्राकृतप्रकाश (भाग - 1) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 126