Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 50
________________ द्वि → दो इस 'दो' शब्द में 6/60 'शेषोऽदन्तवत् ' सूत्र के अनुसार अकारान्त शब्दों के समान प्रत्यय लग जाएंगे। (मनोरमा टीका के आधार पर) प्रथमा बहुवचन - दुवे, दोणि (6/57) द्वितीया बहुवचन - दुवे, दोणि (6/57) तृतीया बहुवचन - दोहिं (6/60, 5/5) चतुर्थी व षष्ठी बहुवचन - दोण्हं (6/59) पंचमी बहुवचन - दोहिन्तो, दोसुन्तो (6/60, 5/7) सप्तमी बहुवचन - दोसु (6/60, 5/10) 101. स्ति 6/55 स्ति { (ः) + (ति) } त्रेः (त्रि) 6/1 ति (ति) 1/1 त्रि के स्थान पर 'ति' (होता है) विभक्ति सम्बन्धी कोई भी प्रत्यय परे रहने पर त्रि के स्थान पर 'ति' होता त्रि → ति इस 'ति' शब्द में 6/60 'शेषोऽदन्तवत् ' सूत्र के अनुसार अकारान्त शब्दों के समान प्रत्यय लग जाएंगे। (मनोरमा टीका के आधार पर) प्रथमा बहुवचन - तिण्णि (6/56) द्वितीया बहुवचन - तिण्णि (6/56) तृतीया बहुवचन . - तीहिं (6/60, 5/5, 5/18) चतुर्थी. घ षष्ठी बहुवचन - तिण्डं (6/59) पंचमी बहुवचन _ - तीहिन्तो, तीसुन्तो (6/60, 5/7, 5/12) . सप्तमी बहुवचन . - तीसु (6/60, 5/18, 5/10) 102. तिण्णि जश्शस्भ्याम् 6/56 तिण्णि जश्शस्भ्याम् तिण्णि {(जस्) + (शस्भ्याम्)} तिण्णि (तिण्णि) 1/1 { (जस्) - (शस्) 3/2} वररुचिप्राकृतप्रकाश (भाग - 1) (43) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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