Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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तुम्हाहिन्तो ( तुम्हाहिन्तो) 1 / 1 तुम्हासुन्तो ( तुम्हासुन्तो) 1 / 1 भ्यसि (भ्यस्) 7/1
भ्यस् परे होने पर 'तुम्हाहिन्तो', 'तुम्हासुन्तो' (होते हैं) ।
युष्मद् → तुम्ह शब्द के भ्यस् ( पंचमी बहुवचन का प्रत्यय) परे होने पर ( तुम्ह और भ्यस् के स्थान पर) 'तुम्हाहिन्तो', 'तुम्हासुन्तो' होते हैं । ( तुम्ह + भ्यस् ) = तुम्हाहिन्तो, तुम्हासुन्तो ( पंचमी बहुवचन)
83. वो भे तुज्झाणं तुम्हाणमामि
वो भे तुज्झाणं तुम्हाणमामि
(38)
भे (भे) 1/1
at (at) 1/1 तुम्हाणम् → तुम्हाणं (तुम्हाणं) 1 / 1 आम् परे होने पर 'वो', 'मे', 'तुज्झाणं', 'तुम्हाणं' (होते हैं) ।
6/37
वो भे तुज्झाणं [ ( तुम्हाणम्) + (आमि ) }
युष्मद् → तुम्ह शब्द के आम् (षष्ठी बहुवचन का प्रत्यय) परे होने पर ( तुम्ह
और आम् के स्थान पर) 'वो', 'भे', 'तुज्झाणं', 'तुम्हाणं' होते हैं।
( तुम्ह + आम्)
तुज्झाणं (तुज्झाणं) 1/1
आमि (आम्) 7/1
6/38
84. ङौ तुमम्मि तुमस्सिं ङौ (ङि) 7/1 ङि परे होने पर 'तुमम्मि', 'तुमस्सिं ' (होते हैं)।
तुमम्मि (तुमम्मि ) 1/1
こ
वो, भे, तुज्झाणं, तुम्हाणं (षष्ठी बहुवचन)
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युष्मद् तुम्ह शब्द के ङि ( सप्तमी एकवचन का प्रत्यय) परे होने पर ( तुम्ह और ङि के स्थान पर) 'तुमम्मि', 'तुमस्सिं' होते हैं।
( तुम्ह + ङि) + ङि)
S
तुमम्मि, तुमस्सिं (सप्तमी एकवचन )
6 / 39
85. तुज्झेसु तुम्हेसु सुपि तुज्झेसु ( तुज्झेसु) 1/1 सुप् परे होने पर 'तुज्झेसु', 'तुम्हेसु' (होते हैं) ।
तुम्हेसु ( तुम्हेसु) 1/1
तुमस्सिं (तुमस्सिं) 1/1
सुपि (सुप्) 7/1
युष्मद् तुम्ह शब्द के सुप् (सप्तमी बहुवचन का प्रत्यय) परे होने पर
( तुम्ह और सुप् के स्थान पर) 'तुज्झेसु', 'तुम्हेसु' होते हैं।
( तुम्ह+ सुप्) तुज्झेसु, तुम्हेसु (सप्तमी बहुवचन)
こ
वररुचिप्राकृतप्रकाश (भाग - 1 )
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