Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 43
________________ 75. वो च शसि 6/29 वो (वो) 1/1 च : और शसि (शस्) 7/1.. शस् परे होने पर 'वो' और ('तुज्झे' , 'तुम्हे') (होते हैं)। युष्मद् →तुम्ह शब्द के शस् (द्वितीया बहुवचन का प्रत्यय) परे होने पर (तुम्ह और शस् के स्थान पर) 'वो' और 'तुझे', 'तुम्हे' होते हैं। . (तुम्ह +शस्) : वो, तुझे, तुम्हे (द्वितीया बहुवचन) 76. टाङ्योस्तइ तए तुमए तुमे 6/30 टाइयोस्तइ तए तुमए तुमे { (टा) + (ड्योः) + (तइ) } तए तुमए तुमे { (टा) - (ङि) 7/2} तइ (तइ) 1/1 तए (तए) 1/1 तुमए (तुमए) 1/1 तुमे (तुमे) 1/1 .. टा और ङि परे होने पर 'तइ', 'तए', 'तुमए' और 'तुमे' (होते हैं)। युष्मद् → तुम्ह शब्द के टा (तृतीया एकवचन का प्रत्यय) और ङि (सप्तमी एकवचन का प्रत्यय) परे होने पर (तुम्ह और टा , तुम्ह और डि के स्थान पर) 'तइ', 'तए', 'तुमए' और 'तुमे' होते हैं। (तुम्ह + टा) तइ, तए, तुमए, 'तुमे (तृतीया एकवचन) (तुम्ह + ङि) तइ, तए, तुमए, तुमे (सप्तमी एकवचन) 77. ङसि तुव - तुमो -तुह -तुज्झ - तुम्ह - तुम्माः 6/31 ङसि (ङस्) 7/1 { (तुव)-(तुमो)-(तुह)-(तुज्झ)-(तुम्ह)-(तुम्म) 1/3 } ङस् परे होने पर 'तुव', 'तुमो', 'तुह', 'तुज्झ', 'तुम्ह', 'तुम्म' (होते हैं)। युष्मद् → तुम्ह शब्द के ङस् (षष्ठी एकवचन का प्रत्यय) परे होने पर (तुम्ह और ङस् के स्थान पर) 'तुव', 'तुमो', 'तुह', 'तुज्झ', 'तुम्ह', 'तुम्म' होते (तुम्ह + ङस्) - तुव, तुमो, तुह, तुज्झ, तुम्ह, तुम्म (षष्ठी एकवचन) 78. आङि च ते दे 6/32 आङि (आङ्) 7/1 च : और ते (ते) 1/1 दे (दे) 1/1 आङ् में 'ते', 'दे' (होते हैं) और। युष्मद् → तुम्ह शब्द के आङ् (टा - आङ् अर्थात् तृतीया एकवचन का (36) वररुचिप्राकृतप्रकाश (भाग - 1) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126