Book Title: Revati Dan Samalochna
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Shwetambar Sthanakwasi Jain Vir Mandal

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Page 15
________________ संकेत सूची हेमचन्द्राचार्य राजनिघण्टु वर्गः त्रिकाण्डशेषः भावप्रकाश पूर्व भाग सुश्रुत सुत्रस्थान अध्याय मेदिनी वाग्भट उत्तरखण्ड, उत्तर तंत्रम् रत्नावली राज:वल्लभः परिच्छेदः रेवतीदान समालोचना हिन्दी भाषानुवाद को प्रति १००० निम्न सज्जनों ने अपने खर्च से छपायी हैं । वे धन्यवाद के पात्र हैं। श्री श्वे. स्था. जैन वीर मण्डल, केकड़ो प्रति ५०० श्री. कुशालचन्दजी अभयकुमारजी, अल्वर प्रति १०० श्री. विरजलालजी रामबक्सजी जैन , श्री. छोटेलालजी पालावत जैन , श्री. कांधला के सुज्ञ श्रावक भाई ,, , २०० Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com ० ०

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