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रघुवरजसप्रकास अथ मात्रा ऊदिस्ट*
दूहा
मत ऊदिस्ट सुरूप लिख, पूरब जुगळ सिर अंक। लघु सिर एकही अंक लिख, गुरु अध ऊरध अंक ॥ ५१ गुरु सिर ऊपर अक जे, विच प्रस्तार घटाय । सेख रहै सौ जांण यम, भेद कहौ कविराय ॥ ५२
वरण ऊदिस्टा
दूही आखर वरण उदीठ पर, दुगण अंकां देह । ऊपरलां लघु अंकड़ां, यक वद भेद अखेह ॥ ५३
५३. उदीठ-उद्दिष्ठ । अखेह-कहना । *मात्रिक उद्दिष्ट
मात्रिक उद्दिष्टमें जहां गुरुका चिन्ह हो उसके ऊपर और नीचे सूचीके अंक क्रमशः लिखो । लघुके ऊपर भी क्रमशः सूचीके अंक लिखो। गुरुके ऊपरके अक्षरोंको पूर्णाङ्कमेंसे घटा दो तो भेद संख्या मालुम हो जावेगी।
उदाहरण, मात्रिक उद्दिष्ट प्रश्न-बतायो ६ मात्रामों में से यह । 55। कौनसा भेद है ? उ०---पूर्ण सूची--१२ ५ १३ पूर्णाङ्क १३
55
गुरुके चिन्हों पर २ और ५ हैं दोनोंका योग ७ हुआ। पूर्णाङ्क १३ में से ७ घटाने पर ६ शेष रहते हैं अतः यह छटा भेद है । वणिक उद्दिष्ट
वणिक उद्दिष्टमें सूचीके अंक प्राधे प्राधे लिखो । उसके नीचे रूप लिखो । गुरु चिन्होंके ऊपर जो संख्या हो उसे पूर्णाङ्कमेंसे घटा दो। जो शेष रहेगा, वही उत्तर है ।
उदाहरण । प्रश्न-बतायो ४ वर्गों में यह । 55। कौनसा भेद है ? उ०--अर्ध सूची-१ २ ४८ पूर्णाङ्क १६
। । गुरुके चिन्होंके ऊपर २ और ४ हैं। दोनोंका योग ६ हुआ। ६को पूर्णाङ्क १६में से घटाया तो शेष १० रहे । अतएव १०वां भेद है ।
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