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परिशिष्ट
२६. चौल्लक २७. पाशक २८. धान्य २९. धूत ३०. रत्न ३१. स्वप्न ३२. मक ३३. धर्म ३४. युग ३५. परमाणु २६, जमालि और बहरतबाद ३७. तिष्यगुप्त और जीवप्रादेशिकवाद ३८. आचार्य अषाद के शिष्य और अव्यक्तवाद ३९. अश्वामित्र और समुच्छेददाद ४०. आचार्य गंग और वैक्रियवाद ४१. रोहगुप्त और राशिकवाद ४२. गोष्ठामाहिल और अबदिकवाद ४३. शिवभूति और बोटिकवाद ४४. उरन ४५. काकिणी ४६. अपत्थं अंबगं भोच्या ४७. तीन वणिक पुत्र ४८, कपिल पुरोहित ४९. करकंडु ५०. दुर्मुख ५१. नमि ५२. नम्पति ५३. गौतम की अधीरता ५४. हरिकेशवल ५५,५६, चित्र-संभूत ५७. भूगु पुरोहित ५८. राषि संजय ५९. मृगापुत्र
६०. समुद्रपाल ६१. रथनेमि-राजीमती ६२. जयघोष-विजयघोष
___ आधारांग-नियुक्ति को कथाएं १. जातिस्मरण-१ २. जातिस्मरण-२ ३. जातिस्मरण-३ ४. दृष्टि का महत्त्व ५. सकुंडलं वा वयणं न व ति ६. आयं वच का अनशन ७. आर्य समुद्र का अनशन ८. आचार्य तोसलि का अनशन ९. आचार्य की तीक्ष्ण आज्ञा १०. द्रव्य शय्या
सूत्रकृतांग-नियुक्ति को कथाएं १. अभयकुमार बंदी बना २. महाराज प्रद्योत और अभयकुमार ३. कूलवाल ४. पोंडरीक ५. आद्रंककुमार ६. गौतम और उदक की चर्चा ७. ऋषभ के अट्टानवे पुत्र
दशा तस्कंध-नियुक्ति की कपाएं १. क्षमादान : महादान २. उद्रायण ओर प्रद्योत ३. हरिद्र किसान और चोर सेनापति ४. क्रोध का दुष्परिणाम ५. विशा ही बदल गई (मत्वकारीमट्टा) ६. आराधक : विराधक (पटरज्जा साहवी) ७. करणी का फल (आर्य मग)