Book Title: Niryukti Panchak
Author(s): Bhadrabahuswami, Mahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 786
________________ ६८८ तीसगुप्त ( निह्नव) तुंबत्रण (वन) तुरंग ( तिर्यञ्च ) तुरग ( तिर्यञ्च ) तुरी (धान्य) तूर ( वाद्य ) तेइज्जग (रोग) तेरासिय (निह्नववाद ) तोमर (रात्र) तोसलि (आचार्य) तोसलिपुत्त (आचार्य) थग्ग (अवयव) थाल (उपकरण) थावग (हेतु) थूलभद्द (आचार्य) धीविलोयण (करण) दंडइ (राजा) दंडगी (राजा) दंसण ( भावना) दक्खी (वनस्पति) दक्खिणा (दिशा) दक्खिणापरा (दिशा) उनि १६८, १७२/३ उनि २८८ दशनि २७४ उनि ४६ दर्शन. २३० उनि. १५२ दलनेमि (राजकुमार ) दत्त (मुनि) दत्तिय ( शस्त्र) उनि १५० उनि १६९ सूनि ७२ आनि. २८५ उनि ९७ सूनि ७७ उनि ३५० दशनि ८३, ८४ उनि १०१, १०५, १०६, १२२ उनि १९०, सूनि ११ उनि. ११३ उनि . ११२ आनि. ३५१ उनि १५१ आनि. ५६ आनि. ५६ उनि - ४४९ उनि ९३, १०७ आनि. १४९ दसकालिय (ग्रंथ) दशनि ७, ११, १३, १४, २४ दसकालियनिज्जुत्ति (ग्रंथ) दर्शन. १ दसण (अवयव) दसण्ण (जनपद) दसपुर (नगर) दसवेयालय (ग्रंथ) दसारवग्ग (जाति) १. तक्षशिला में स्थित धर्मचक्रस्थान | सूनि ७७ उनि ३२७ उनि ९६,१७०, १७२/१० दशनि. ६ दर्शन. ५२ दसासु (ग्रंथ) दारुय (वणिक् ) दाहिणदिसा (दिशा) दिडवाय (ग्रंथ) दिन्न (तापस, मुनि) दीवग (उद्यान) दीवसिहा (रानी) दीवायण (ऋषि) दीह (राजा) दुद्ध (खाद्य) दुमपुफिया (अध्ययन) दुम्ह (प्रत्येकबुद्ध) दुरूतग (व्यक्ति) दुरुयग (व्यक्ति) देवकुरु (क्षेत्र) देवदत्त (व्यक्ति) देवदत्ता (दासी) देवी (रानी) दोकिरिय (निह्नववाद ) दोगुंदा (देव) धण ( श्रेष्ठी) धणगिरि (श्रेष्टी) धणगुत्त (शिष्य) धणदेव (वणिक् ) धमित्त (मुनि) धणसम्म (मुनि) श्रणसेट्ठि (श्रेष्ठ) निर्युक्तिपंचक दनि. १ उनि ३३३, ३५१ आनि. ४८, ५२ दर्शन. १६७ उनि. २८९ उनि. १७२/१३ उनि ३३३ दर्शान. ५२ उनि ३२८, ३४६ धागु (परमा धार्मिक देव) धय (सेनापति ) श्रम्मघोस (आचार्य) धम्मचक्क' (स्थान) धम्मपणत्ति (अध्ययन) भायगी (वनस्पति) सूनि ३५ दशनि. १८ उनि २५७, २५८ दनि ९४ दनि. ९२, ९४ आनि. १८२, सूनि १५३ दर्शन. ६० उनि ९५, दनि ९६ उनि ३३२ उनि. १६९ उनि ४०५, ४३२ दनि. १०८ उनि. २८८ उनि. १७२/६ ठनि ३३३ उनि. ९१ उनि ९९ उनि २४६ सूनि ६७ उनि ३३० उनि . ९४ आनि. ३५४ दशनि - १५ उनि. ९५१

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