Book Title: Niryukti Panchak
Author(s): Bhadrabahuswami, Mahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 812
________________ ७१४ नियुक्तिपंचक शुल्लक खलुक गद्यकाव्य गणी गति गाथा गुण गणश्रेणिविकास गेय गौतम दशनि.७-२५,१८९,२८५, ३४८, ३४९ दनि.२-७ आनि.४०-६२ उनि.१९८, १९९ दशनि ३१, ३२, उनि २७३-७६ दशनि.३४ उनि-१९८, १९१ दशनि.२८२ दर्शान. ३६-४०,८६-९०, २२३-२५, २४१, सूनि.९९ ग्रंथ चतुर्वर्ण चरण धुत चारित्रआचार चित्त चित्र-संभूत उनि.४१६ दशवैकालिक उनि,४८२-९० दशनि.१४७ दशा दनि. २५-२८, ३०, ३१ दिशा उनि. ४९५, ४९६ दीप सूनि.२३, १३७-४० आनि.१७९-८२ द्रुमपुष्पिका आनि.२२३, २२४ द्वीप दशनि.१४९ दुष्प्रणिहित उनि.२७७-३०२, ४४५-४७ धर्म उनि २३४.३६ आनि.१९ उनि. ३७७, ५०९, ५१०, धर्मप्राप्ति के आनि.२९, ३० बाधक तत्व दशनि.१५२ दनि.३२-३३/१ नमि उनि.३२२-२७ नय दशनि.३३४-३६ नरक उनि.४६०-७६ मारकीय वेदना आनि.३३६ निक्षेप आनि.६३-६७ नित्यानित्यवाद दशनि. १९३-२०१, उनि. निर्ग्रन्थ ५४४, ५४५ निह्नववाद दशनि. १९९,२०० पंचभूतवाद दशनि.६६-६८ दशनि.१५८ सूनि.१२२-१२४ परमाधार्मिक देव दशनि. ४४, ४५, उनि.५०५, परिज्ञा ५०६, आनि. २०९.२९२, २९३, २९६,२९८ परीषह दशनि.१६० आनि.२९५-९७ पर्युषणा आनि.११६-२५ आनि.१५२-६३ दशनि.२२३-२४०४१ पुण्डरीक दशनि. १५७, १५७४१ पुष्प जयघोष जात जातिस्मृति जीव जीव के लक्षण जीवत्व-सिद्धि ज्ञान आचार तथ्य तप उनि.१६३, १६४ आनि.२५१, २५२ उनि.२५३ ५५,२६३-६७ दशनि.१२५, १२६ सूनि.६२, ६३ सूनि.६५ आनि.४ दशनि.५५,५६ उनि.२३१-३३, २३७, ४१७ ४२२ उमि.१६७-१७२/१५ सूनि.३३ दशनि.१४२-५२ दशनि.१४८ सनि.६६-८२ आनि, ३७, २६७.६९, सूनि.१७९ उनि.६६-१४१, आनि-२०२२०४ दनि:५३-१००, १०५-२० उनि.३८०, ३८१ दशनि. २१७/१-२१९ सूनि.१४४-१६५ दशनि.३३ पद्य तप आचार तीर्थकर तेजस्काय उसकाय त्रिवर्ग दर्शन आचार पाप पिडैषणा

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