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भगवान बाहुबली के सहस्त्राब्दि महामस्तकाभिषेक के पुण्य अवसर पर
लघु विद्यानुवाद ग्रंथ का प्रकाशन ( यंत्र मंत्र और तन्त्र विद्या का एक मात्र संदर्भ ग्रन्थ )
ग्रन्थ के संग्रहकर्ता श्री 108 आचार्य गणधर कुथु सागर जी महाराज व श्री 105 गणनी प्रायिका विजयमती माताजी हैं। जिन्होंने जन कल्याण की भावना से श्री 108 आचार्य महावीर कीति जी की निधि को इस ग्रन्थ के माध्यम से प्रकट किया है।
श्री दिगम्बर जैन कुथु विजय ग्रन्थ माला समिति द्वारा इसका प्रकाशन किया गया हैं। प्रकाशन संयोजक श्री शांति कुमार गंगवाल है और ग्रन्थ के प्रबन्ध सम्पादक श्री लल्लूलाल जैन (गोधा) हैं।
इस ग्रन्थ का विमोचन श्रवणबेलगोल में दिनांक 24-2-1981 को श्री 108 प्राचार्य विमल सागर जी महाराज के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ ।
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लघु विद्यानुवाद ग्रन्थ के विमोचन का दृश्य
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इससे पूर्व दिनांक 23-2-81 को श्रवणबेलगोल मैं सिद्धान्त चक्रवर्ती एलाचार्य मुनि 108 श्री विद्यानन्द जी महाराज द्वारा बाहुबली खण्ड काव्य जिसके रचियता पं. अनुपचन्द न्यायतीर्थ जयपुर का विमोचन हुआ। इस काव्य का प्रकाशन श्री महावीर दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जो के साहित्य शोध विभाग द्वारा किया गया है।
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