________________ [ .] xxxहो सकता है शास्त्र लिपिबद्ध हुए होंगे तब पीछे से "नमो बंभीए लिवीए" पाठ शास्त्र में घुसा दिया होगा।8xx मीमांसा-बात तो यह है कि 'हो सकता है' ऐसा लिखना इतिहास के लेखन में सर्वथा अप्रामाणिक एवं निरर्थक ही है, यह बात इतिहासज्ञाभास भूलें इसमें आश्चर्य ही क्या है ? "तस्वीर सिर्फ परिचय के लिये" यानी तस्वीर को वंदनादि करोगे तो मिथ्यात्व का पाप लगेगा ऐसा कहने वालों को श्री भगवती सूत्रकर्ता एवं टीकाकर्ता पूर्व महर्षि का कथन "नमो बंभीए लिवीए" पर विचार करके स्थापना विषयक सत्य के मार्ग को प्रामाणिकतापूर्वक स्वीकार करना चाहिए। टीका चूणि भाष्य उवेख्या, उवेखी नियुक्ति / प्रतिमा कारण सूत्र उवेख्या, दूर रही तुझ मुक्ति / / -न्यायविशारद पूज्य यशोविजयजी उपाध्याय