________________ [ 63 ] अस्तु / पूज्य सिद्धसेनसूरिजी आदि की घटना चमत्कार पूर्ण होने के कारण अाधुनिक चिंतकों को अविश्वसनीय लगे अतः प्राचार्य ने उनको नहीं लिखना उचित समझा है, तो क्या निम्नलिखित आगम कथित बातें आधुनिक चिंतकों को अविश्वसनीय और प्रश्रद्धनीय नहीं लगेंगी ? फिर क्या प्राचार्य प्रागम शास्त्रों को भी आधुनिक चिंतकों की संतुष्टि के लिये पलटेंगे ? यथा (1) तीर्थंकरों का खून सफेद होना। (2) तीर्थंकर परमात्मा के जन्मादि कल्याणकों के अवसर पर देवेन्द्रों का आगमन आदि / (3) इन्द्रभूति आदि 4400 ब्राह्मणों की एक ही दिन में भगवान श्री महावीर स्वामी के पास दीक्षा लेना और इन्द्र द्वारा साधु वेष देना। (4) श्री ऋषभदेव भगवान का 400 दिन का निर्जल उपवास / (5) वैश्या के घर रहे हुए नंदोषेण द्वारा हर दिन 10 को प्रतिबोधित करके दीक्षा दिलवाना। (6) चेटक और कूणिक के बीच रथमूसल युद्ध में एक ही दिन में 66 लाख सैनिकों का संहार होना / (7) सद्योजात बालक महावीर के चरण-स्पर्श मात्र से मेरु पर्वत का कंपायमान होना / (8) मध्यलोक में असंख्य द्वीप और समुद्र का होना। (9) महाविदेह क्षेत्र में श्री सीमंधर स्वामी प्रादि बीस तीर्थंकरों का होना।