Book Title: Jivan Vigyana aur Jain Vidya
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 26
________________ आसन लाभ ___ मत्स्यासन से गर्दन, सीना, हाथ, पैर, कमर की नाड़ियों के दोष दूर होते हैं । आंख और कान के रोगों से तथा टांसिल, सिरदर्द से मुक्ति मिलती है । इन अवयवों में रक्त अधिक मात्रा में पहुंचने से शक्ति मिलती है । इससे सीना चौड़ा होता है । श्वास-प्रश्वास गहरा लम्बा होने से प्राण-शक्ति का विकास होता है । शरीर में स्फूर्ति और स्थिरता आने लगती है । मन-शुद्धि होने से मन की एकाग्रता बढ़ती है । ब्रह्मचर्य में सहायक बनता है । कमर-दर्द, स्वप्नदोष, स्नायु-दुर्बलता, गर्दन के दर्द व शिरःशूल से मुक्ति मिलती है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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